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सिद्ध बाबा निहाल गिरी महाराज के जन्मदिन के उपलक्ष्य में आयोजित 11 दिवसीय धार्मिक आयोजनों की हुई पूर्णाहुति

डेरा बाबा निहाल गिरी हरियाऊ खुर्द हरियाऊ कला में 20 नवंबर से चल रहे थे कार्यक्रम
श्रीमहंत हरि गिरि महाराज को डेरा बाबा निहाल गिरी हरियाऊ खुर्द हरियाऊ कला का महंत बनाया गया

बाबा निहाल गिरि महाराज ने लाखों-करोडों लोगों के जीवन का कायाकल्प कियाः श्रीमहंत हरि गिरि महाराज
बाबा निहाल गिरि महाराज के दर्शन मात्र से ही भक्तों का जीवन धन्य हो जाता थाः श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज

पटियालाः
डेरा बाबा निहाल गिरी हरियाऊ खुर्द हरियाऊ कला में सिद्ध बाबा निहाल गिरी महाराज के जन्मदिन के उपलक्ष्य में आयोजित 11 दिवसीय धार्मिक आयोजनों की बुधवार छोटी दिवाली को पूर्णाहुति हुई। बाबा के सोलसी भंडारे में देश भर से आए संत व हजारों भक्त शामिल हुए और प्रसाद ग्रहण किया। श्रीमहंत सोहन गिरि महाराज की प्रेरणा से सिद्ध बाबा निहाल गिरि के महंत सिद्ध बाबा निहाल गिरि के महंत जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज के मार्गदर्शन व निर्देशानुसार 20 नवंबर से ही पंचांग पीठ पूजा, चतुषष्ठी योगिनी पूजा, वास्तु पूजा, क्षेत्रपाल पूजा, नवग्रह पीठ पूजा, लिंगतो भद्र पीठ पूजा, पुरुष सूक्त, रुद्र सूक्त, श्री सूक्त, देवताओं के अष्टोत्तर नाम से नित्य हवन, शिव पुराण मूल पाठ, श्रीमद्भागवत पुराण मूल पाठ, गरुड़ पुराण मूल पाठ, दुर्गा सप्तशती पाठ, श्रीमद्भगवत गीता पाठ, सिद्ध गुरु मूर्तियों की नामावली, संध्या आरती के समय शिव महिम्न स्तोत्र, शिव तांडव स्तोत्र, रुद्राष्टक, लिंगाष्टक, शिव मानस पूजा, आरती आदि का आयोजन हो रहा था। इन सभी की पूर्णाहुति बुधवार काली चोदस छोटी दिवाली को हुई। सबसे पहले हरियाऊ खुर्द व हरियाऊ कला में बाबा निहाल गिरि महाराज व अन्य सिद्ध संतों की समाधियों की पूजा-अर्चना हुई।

उसके बाद बाबा की बगीची फुलवारी में दोनों ग्रामों की पचायतों संरपंचों, सभी ग्रामवासियों, श्री पंच दशनाम जूना अखाडों के सभी पदाधिकारियों, दशनाम संयासी वेशधारी भगवान, खडदर्शन साधु-संतों ने श्रीमहंत हरि गिरि महाराज को चादर ओढाई और उन्हें डेरा बाबा निहाल गिरी हरियाऊ खुर्द हरियाऊ कला का विधिवत रूप से महंत घोषित किया। वर्ष 2007 में भी उन्हें महंत बनाया गया था। श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन श्रीमहंत निहाल गिरी महाराज ने जो मार्ग दिखाया, उस पर चलकर ही समाज, देश व विश्व का कल्याण संभव है। बाबा निहाल गिरि महाराज ऐसे सिद्ध व चमत्कारी संत थे, जिन्होंने लाखों-करोडों लोगों के जीवन का कायाकल्प किया। ऐसे महान संत अमर होते हैं और श्रद्धालुओं के दिलों में रहकर हमेशा उनका कल्याण करते हैं। श्री दूधेश्वर नाथ मंदिर के पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन श्रीमहंत निहाल गिरी महाराज ऐसे संत थे, जिनके दर्शन मात्र से ही भक्तों का जीवन धन्य हो जाता था।

वे पटियाला के महाराजा के छोटे भाई थे, मगर उन्होंने ऐश्वर्य व वैभव को छोडकर लोगों के कल्याण हेतु धर्म व आध्यात्म का मार्ग चुना तथा संयास लेकर बनारस में तपस्या की। उन्होंने धर्म व आध्यात्म की जो अखंड ज्योत जलाई, उससे भारत ही नहीं पूरा विश्व प्रकाशित हो रहा है। बाबा निहाल गिरि महाराज, बसंत गिरि महाराज, सोहन गिरि महाराज के सोलसी भंडारे में 108 संतों के सम्मान व प्रसाद ग्रहण के बाद हरियाऊ खुर्द हरियाऊ कला समेत 40 गावों के हजारों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। सभी धार्मिक आयोजन सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर के आचार्य व यज्ञ आचार्य नित्यानंद के नेतृत्व में अभिषेक द्विवेदी ब्रह्मा, यश दीक्षित, मोहित शुक्ला व गौरव शर्मा द्वारा कराए गए। 11 दिन तक प्रत्येक गांव में 11 कुंतल लडडुओं के साथ हलवा, पूरी आदि का वितरण किया गया। सभी गुरूद्वारों में श्री गुरू ग्रंथ साहिब का पाठ हुआ और गुरू का लंगर अटूट बरता। सभी धार्मिक आयोजन गोविंद गिरि महाराज व चांद गिरि महाराज की देखरेख में हुए। श्रीमहंत हरदेव गिरि महाराज, बालकगदी के गददीपति श्रीमहंत पृथ्वी गिरि महाराज, थानापति धर्मेंद्र गिरि महाराज, थानापति नीलकंठ गिरि महाराज, सचिव श्रीमहंत मनोहर गिरि महाराज आदि भी मौजूद रहे।

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