यात्रा आज बनासकांठ साबरकांठा उत्तर गुजरात में यज्ञ हवन आदि भगत नागजी भाई अन्य भक्तों के साथ यज्ञ हुआ ग्राम सैला जिला बाड़मेर राजस्थान में भीकू सिंह का वेरा जीतू सिंह जोग सिंह राठौड़ के निवास पर यज्ञ संपन्न हुआ रात्रि 10:00 बजे से लेकर 12:00 बजे तक मगरिया गोलिया भायललाना सिवाना बाड़मेर में ठाकुर साहब अनूप सिंह के निवास पर रात्रि यज्ञ संपन्न हुआ चंडी यज्ञ आचार्य अमित शर्मा जी और महाराज श्री के अध्यक्षता में आयोजित संपन्न हुआ देवउठानी एकादशी आज शाम को आज शाम को 7:30 से एकादशी में देव कार्य संपन्न हुए
जिसमें गुजरात राजस्थान जनसंपर्क यात्रा संत दर्शन देव दर्शन जनता दर्शन यज्ञ के कार्य में आज भाग लिया को धूमधाम से संपन्न हुआ.
देवउठनी एकादशी का महत्व
पदम पुराण में वर्णित एकादशी महात्यम के अनुसार देवोत्थान एकादशी व्रत का फल एक हज़ार अश्वमेघ यज्ञ और सौ राजसूय यज्ञ के बराबर होता है। एकादशी तिथि का उपवास बुद्धिमान,शांति प्रदाता व संततिदायक है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान व भगवान विष्णु के पूजन का विशेष महत्त्व है। इस व्रत को करने से जन्म-जन्मांतर के पाप क्षीण हो जाते हैं तथा जन्म-मरण के चक्र से मुक्ति मिलती है। विष्णु पुराण के अनुसार किसी भी कारण से चाहे लोभ के वशीभूत होकर या मोह के कारण जो एकादशी तिथि को भगवान विष्णु का अभिनंदन करते है वे समस्त दुखों से मुक्त होकर जन्म-मरण के चक्र से मुक्त हो जाते हैं।
हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। प्रत्येक वर्ष चौबीस एकादशियाँ होती हैं। जब अधिकमास या मलमास आता है तब इनकी संख्या बढ़कर 26 हो जाती है। आषाढ शुक्ल एकादशी को देव-शयन हो जाने के बाद से प्रारम्भ हुए चातुर्मास का समापन कार्तिक शुक्ल एकादशी के दिन देवोत्थान-उत्सव होने पर होता है। इस दिन वैष्णव ही नहीं, स्मार्त श्रद्धालु भी बडी आस्था के साथ व्रत करते हैं।
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हर हर महादेव
विश्व संवाद संपर्क सचिव अमित कुमार शर्मा दूधेश्वर नाथ मंदिर मठ मंदिर गाजियाबाद उत्तर प्रदेश
अति सुंदर जानकारी के लिए ह्रदय से आप सभी को साधुवाद
ओं नमो नम: