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श्री आनन्देश्वर महादेव मठ मन्दिर कानपुर में में पूज्य गुरुदेव श्रीमहन्त नारायण गिरि जी महाराज

जय दूधेश्वर महादेव
19 अप्रैल बुधवार को श्री आनन्देश्वर महादेव मठ मन्दिर कानपुर में में पूज्य गुरुदेव श्रीमहन्त नारायण गिरि जी महाराज श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर गाजियाबाद अन्तर्राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा उपस्थिति होकर बाबा आनन्देश्वर भगवान का अभिषेक पूजन पुष्प श्रृंगार आरती किया ,बाबा घाट गंगा किनारे समाधी स्थल पर जाकर समाधी पर मत्था टेका ,पनकी हनुमान मन्दिर मे जाकर दर्शन पूजन किया वहां के श्रीमहन्त महामण्डलेश्वर स्वमी कृष्ण दास जी महाराज ने पूज्य गुरुदेव का स्वागत सम्मान किया हनुमान जी महाराज का प्रसाद दिया ,

तत्पश्चात महेंद्र शुक्ला जी के 25 वे वैवाहिक वर्षगांठ के अवसर पर जाकर महेन्द्र शुक्ला जी एवं उनकी श्रीमति जी परिवार जनों को आशीर्वाद दिया , आनन्देश्वर महादेव मंदिर में पूजन अभिषेक में पूज्य गुरुदेव के साथ चारों नियुक्त थानापति इच्छा गिरि जी, थानापति अरूण भारती जी , थानापति विवेक पुरी जी,थानापति विवेक गिरि , मुख्य पुजारी अजय पुरी जी ,संजय जी ,अनुप मिश्रा  जी ने पूज्य गुरुदेव के द्वारा पूजन करवाया , वर्तमान में पूज्य गुरुदेव आनन्देश्वर महादेव मठ के मुख्य महन्त श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक हरि गिरि जी महाराज कार्यकारिणी सहायक महन्त जूना अखाड़ा के अध्यक्ष श्रीमहन्त प्रेम गिरि जी महाराज, अन्तर्राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहन्त  नारायण गिरि जी महाराज, महामंत्री श्रीमहन्त केदार पुरी जी महाराज, सभापति श्रीमहन्त उमा शंकर भारती जी है इसलिए पूज्य गुरुदेव आनन्देश्वर मठ के महन्त भी है

इस लिये समय समय पर आकर मन्दिर की व्यवस्था की जानकारी लेते रहते हैं आज एक दिवसीय कानपुर दौरे पर मन्दिर में दर्शन पूजन व्यवस्था के बारे में जानकारी किया भक्तों से भेंट हुआ साथ ही सन्तों साथ धर्म चर्चा किया , संक्षिप्त इतिहास:-बाबा आनंदेश्वर मंदिर का इतिहास महाभारत काल से जुड़ा है। यहां पर दानवीर कर्ण गंगा स्नान के बाद महादेव का पूजन अर्चन करते थे। पूजन के बाद वे अचानक विलुप्त हो जाते थे। कर्ण को पूजा करते एक गाय ने देख लिया था। इसके बाद गाय भी वहीं जाकर अपना सारा दूध खुद ही चढ़ा देती थी। इसके बाद ग्रामीणों ने इस स्थान पर खोदाई कराई। कई दिन की खोदाई के बाद यहां शिवलिंग मिला। ग्रामीणों ने शिवलिंग का अभिषेक कर गंगा किनारे ही स्थापित कर दिया। आनंदी गाय के दूध चढ़ाने के कारण ही मंदिर का नाम आनंदेश्वर पड़ा।आज एकदिवसीय कार्यक्रम में व्यवस्था की जानकारी ली ।

 हर हर महादेव विश्व संवाद सम्पर्क सचिवअमित कुमार शर्माश्री दूधेश्वर नाथ महादेव मठ मन्दिर गाजियाबाद उत्तर प्रदेश

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