गाजियाबादः
चंबल के किनारे अग्नि तपस्या करने वाले सिद्ध महात्मा हरि गिरि के शिष्य सोमवार को सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर मंदिर पहुंचे। उन्होंने मंदिर में भगवान दूधेश्वर की पूजा-अर्चना की और मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि से भेंट कर उनका आशीर्वाद लिया। उन्होंने श्रीमहंत नारायण गिरि से धर्म चर्चा की और उनके दिल्ली संत महामंडल का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर सिद्ध महात्मा हरि गिरि की ओर से माला पहनाकर व पगडी भेंटकर अभिनंदन किया।
हरि गिरि महाराज चंबल किनारे ही कुटिया बनाकर निवास करते हैं और तप-साधना करते हैं। उन्होंने 40 गांवों में दहेज प्रथा व नशा मुक्ति के खिलाफ अभियान चलाकर जहां दहेज प्रथा पर अंकुश लगाने का काम किया है, वहीं लोगों को नशे से मुक्ति दिलाई। उनके के 6 शिष्यों व भक्तांें ने सोमवार को श्रीमहंत नारायण गिरि से भेंटकर उनका आशीर्वाद लिया। एक शिष्य जनमेजा गिरि ने गंगोत्री से से रामेश्वरम तक दंडवत यानि लेटकर एक वर्ष में परिक्रमा की है। उन्होंने व भरत गिरि, गंगा गिरि यमुना गिरि, सिद्ध गिरि, हरदेव गिरि आदि ने सिद्ध महात्मा हरि गिरि की ओर से श्रीमहंत नारायण का का माला व पगडी पहनाकर अभिनंदन स्वागत किया।