गाजियाबाद सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। मंदिर में पूजा-अर्चना करने व लड्डू गोपाल को झूला झूलाने के लिए देश के कई शहरों से भक्त पहुंचे। मंदिर के पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि जी महाराज ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व को लेकर मंदिर में तैयारियां कई दिन से चल रही थीं। मंदिर को रंग.बिरंगी लाइटों व फूलों से भव्य रूप से सजाया गया। मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ लगने लगी थी।
भगवान कृष्ण के जयकारों से मंदिर परिसर ही नहीं आसपास का क्षेत्र भी गूंजता रहा। भक्तों में लड्डू गोपाल को झूला झूलाने की हौड लगी रही। बच्चे राधा-कृष्ण बनकर मंदिर आए। भगवान कृष्ण का गोपाल सहस्त्रनाम के साथ पंचामृत से महा अभिषेक किया गया। कीर्तन ने सभी को कृष्णमय कर दिया। आधी रात को जब भगवान प्रकट हुए तो मंदिर नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल के जयकारे से गूंज उठा। भगवान की आरती कर सभी भक्तों को प्रसाद का वितरण किया गया।
श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने भक्तों से कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अधर्मियों के नाश व अपने भक्तों तथा धर्म की रक्षा करने के लिए ही पृथ्वी पर अवतार लिया था। भगवान कृष्ण ने जो मार्ग हमें दिखाया, उसी पर चलकर धर्म व मानवता की रक्षा की जा सकती है।