अयोध्याः
22 जनवरी को अयोध्या के भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा भव्य समारोह में होगी। इस ऐतिहासिक व गौरवशाली पल को यादगार बनाने के लिए श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़ा द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का शुभारंभ शुक्रवार से कर दिया गया। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज, जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेम गिरि व श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने तुलसी घाट राम की पौढी पर पूजन-अर्चन किया।
पूरे विश्व में आध्यात्म, भक्ति व जन-जागरण का प्रमुख केंद्र: श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज
प्रभु राम की कृपा से हम सब 22 जनवरी के एतिहासिक, गौरवशाली पल के साक्षी बनेंगे‘ श्रीमहंत नारायण गिरि
राम मंदिर आंदोलन में बलिदान देने वाले राम भक्तों को साधु-संतों ने श्रद्धांजलि अर्पित की:-
उसके बाद राम मंदिर आंदोलन के 500 वर्ष के संघर्ष में अपना बलिदान देने वाले राम भक्तों व साधु-संतों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने कहा कि 500 वर्ष के इंतजार के बाद वह शुभ घडी आ गई है, जो भारत के नए व गौरवशाली इतिहास की रचना करेगी। 22 जनवरी को भगवान राम भव्य राम मंदिर में विराजमान होंगे तो यह रामराज्य व सनातन राष्ट्र के सपने को साकार करने की ऐसी नींव होगी जिसके आधार पर गौरवशाली, वैभवशाली व समृद्धशाली भारत की स्थापना होगी।
22 जनवरी को रामलला के विराजमान होने से ऐसे भारत का निर्माण होगा:-
जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेम गिरि ने कहा कि अयोध्या में राम जन्म भूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण व उसमें 22 जनवरी को रामलला के विराजमान होने से ऐसे भारत का निर्माण होगा, जिसका सपना हर भारतीय व सनातनी देखता आया है। राम मंदिर के निर्माण से अयोध्या भारत ही नहीं पूरे विश्व में आध्यात्म, भक्ति व जन-जागरण का प्रमुख केंद्र बनेगा। श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि यह हम सभी का सौभाग्य व प्रभु राम की असीम कृपा का ही फल है कि हम 22 जनवरी को रामलला के अयोध्या के भव्य राम मंदिर में विराजमान होने के साक्षी बनेंगे। इस ऐतिहासिक, गौरवशाली व वैभवशाली पल के लिए हमें 500 वर्ष तक इंतजार करना पडा। लाखों साधु-संतों व राम भक्तों की कुर्बानी से ही आज हमारा राम जन्म भूमि पर भव्य राम मंदिर व उसमें रामलला के विराजमान होने का सपना पूरा होने जा रहा है। अखाडे की ओर से लता चौक पर सरस्वती पूजन व भगवान सूर्य का पूजन किया गया।
नया घाट, तुलसी घाट व अखाडे की शाखा पर विष्णु सहस्रनाम पाठ व अखंड रामायण पाठ का आयोजन किया गया। शुक्रवार से ही 22 जनवरी तक चलने वाले भंडारे का शुभारंभ जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज, जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेम गिरि व श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने किया। राम जन्मभूमि व हनुमान गढी में दर्शन व पूजन भी किया गया। शनिचर भारती महाराज, त्रिपुर बाला सुंदरी चतुर्भुजी देवी मंदिर दिल्ली गेट के महंत गिरिशानंद गिरि महाराज, आनंदेश्वरानंद गिरिनार पर्वत मोती बाग, सचिव आदित्यनाथ गिरि अयोध्या शाख के महंत आशुतोष गिरि महाराज आदि भी मौजूद रहे।