अग्रसेन बाजार चौपला के प्राचीन हनुमान मंदिर के 100 वर्ष पूर्ण होने पर बसंत पंचमी से हनुमान जयंती तक चलने वाले अनुष्ठान का हुआ शुभारंभ अनुष्ठान का शुभारंभ श्रीमहंत नारायण गिरि ने किया महाराजश्री ने भंडारे का शुभारंभ भी किया हनुमान जी के दरबार में मत्था टेकने के लिए बडी संख्या में वीआईपी भी पहुंचे गाजियाबादः प्राचीन हनुमान मंदिर अग्रसेन बाजार चौपला को बसंत पंचमी पर्व पर 100 वर्ष पूर्ण हो गए। इस अवसर पर बुधवार से सवा दो महीने का विशेष अनुष्ठान शुरू हुआ, जिसका शुभारंभ श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष व प्राचीन हनुमान मंदिर के संरक्षक श्रीमहंत नारायण गिरि ने किया।
विशेष पूजा-अर्चना:-
अनुष्ठान के पहले दिन रामभक्त हनुमान की विशेष पूजा-अर्चना की गई। सुबह 4 बजे से ही श्रीमहंत नारायण गिरि की अध्यक्षता व मार्गदर्शन में धार्मिक कार्यक्रमों का सिलसिला शुरू हो गया। मंदिर का निर्माण कराने लाला रघुवीर सरन काबुली वाले के परिवार कें सुरेंद्र, मनीष काबुली वाले, अंशु गर्ग समेत सभी सदस्यों ने हनुमान जी की विशेष पूजा-अर्चना कर उनका चोला अभिषेक-श्रृंगार किया। पंडित रामजीलाल ने श्रीरामचरित मानस पाठ, रामरक्षा स्त्रोत मंत्र, हनुमान चालीसा आदि का पाठ कराया। श्रीमहंत नारायण गिरि ने भगवान की आरती कर भगवान को विभिन्न व्यंजनों का भोग लगाया गया। उसके बाद महाराज श्री ने भंडारे का शुभांरभ किया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया और महाराजश्री से आशीर्वाद प्राप्त किया। प्राचीन देवी मंदिर दिल्ली गेट के महंत गिरिशानंद गिरि महाराज भी मौजूद रहे।
श्रीमहंत नारायण गिरि ने बताया कि अग्रसेन बाजार चौपला का प्राचीन हनुमान मंदिर आज सिद्धपीठ के रूप में पूरे देश में विख्यात है। मंदिर में हनुमान की पूजा-अर्चना करने के लिए देश भर से श्रद्धालु यहां आते हैं। मंदिर में पूजा-अर्चना करने व हनुमान जी को स्मरण करने मात्र से सभी प्रकार कष्टों व संकटों का अंत हो जाता है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में आनंद की प्राप्ति होती है। महाराजश्री ने बताया कि प्राचीन हनुमान मंदिर का निर्माण 1924 में लाला रघुवीर सरन काबुली वाले ने अपने पिता स्वर्गीय लाला रामजीदास काबुली वालों की स्मृति में नगर पालिका सदस्य बाबू शंकर लाल के मार्गदर्शन में कराया था। बसंत पंचमी पर्व पर इस मंदिर को 100 वर्ष पूर्ण हो गए हैं। इसी के चलते यह वर्ष मंदिर के शताब्दी वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। मंदिर के शताब्दी वर्ष में बसंत पंचमी से हनुमान जयंती 23 अप्रैल तक सवा दो महीने का अनुष्ठान चलता रहेगा। हनुमान जयंती तक मंदिर परिसर ही नहीं आसपास का क्षेत्र हनुमान चालीसा, सुंदर कांड, बजरंग बाण, अखंड रामायण पाठ, श्रीराम स्त्रोत मंत्र पाठ आदि से गूंजता रहेगा। बुधवार को विभिन्न शहरों के श्रद्धालुओं के अलावा बडी संख्या में वीआईपी भी मंदिर पहुंचे और हनुमान जी के दरबार में हाजरी लगाकर उनसे अपनी कृपा सदैव बनाए रखने की प्रार्थना की।