ठाकुर जी मंदिर व श्री नागाजी महाराज श्रीमठ खण्डप में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मुख्य अतिथि रहे राजस्थानः श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्रीपंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज बुधवार को दो दिन की भक्त संपर्क उपासना यात्रा पर राजस्थान पहुंचे। महाराजश्री शुक्रवार 26 अप्रैल को भगवान दूधेश्वर की सेवा के लिए सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर पहुंचेगे। अपनी 2 दिवसीय भक्त संपर्क उपासना यात्रा में महाराजश्री सबसे पहले जालौर के गांव हनवंतगढ पहुंचे, जहां उनके पुराने शिष्य मोतीराम व गांववासियों ने उनका जोरदार स्वागत किया। श्रीमहंत नारायण गिरि गांव में ठाकुरजी मंदिर में भगवान श्री कृष्ण के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, जहां उन्होंने गंगानाथ महाराज के शिष्य आनंदनाथ से भेंट की।
इसके बाद वे जिला बालोतरा में श्री नागाजी महाराज श्रीमठ खण्डप में नवनिर्मित समाधियों व आदि देव प्रतिमाओं की स्थापना तथा मंगल भव्याति भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। समारोह में पधारे संतों व खंण्डप, गोलिया चौधरियान, सरवडी चारणान, डाबली, अर्थण्डी, रोजियो की ढाणीं छिंयाली, सांवरडा, करमावास आदि गांवों के हजारों गांववासियों ने महाराजश्री का जोरदार स्वागत किया। इस अवसर पर श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि जहां संत होते हैं, वहीं धर्म का निवास होता है। अच्छे संस्कारों के माध्यम से संत ही धर्म की रक्षा कर सकते हैं। धर्म की रक्षा में श्री नागाजी महाराज श्रीमठ खण्डप अहम योगदान कर रहा है और हिंदू सनातन धर्म की ध्वजा को चारों दिशाओं में फहराने का कार्य कर रहा है।
श्रीपंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज ने कहा कि संत ही समाज व देश का सही मार्गदर्शन कर सकते हैं। श्रीपंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय के पूर्व सभापति श्रीमहंत उमा शंकर भारती महाराज, श्रीमहंत केदारपुरी महाराज, श्रीपंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय मंत्री श्रीमहंत शैलेंद्र गिरि महाराज, श्रीपंच दशनाम जूना अखाडा के मंत्री श्रीमहंत मोहन भारती महाराज, श्रीमहंत महेश पुरी महाराज, श्रीमहंत रामचंद्र गिरि महाराज, श्रीमहंत निरंजन भारती महाराज, श्रीमहंत पदम गिरि महाराज, श्रीमहंत अशोक गिरि महाराज, श्रीमहंत भगत गिरि महाराज, श्रीमहंत महेश गिरि महाराज, महंत संतोष गिरि महाराज
महंत मंगल गिरि महाराज, महंत शिव गिरि महाराज, महंत महेश्वर गिरि महाराज, थानापति महंत सोमवार गिरि महाराज, थानापति महंत विशंम्भर गिरि महाराज, थानापति महंत सेवा गिरि महाराज, महंत गुलशन गिरि महाराज, महंत टप्पेगिरि महाराज, संत अटलानंद महाराज आदि भी महोत्सव में शामिल रहे। महोत्सव के आयोजक श्रीश्री 1008 महंत उमाकांत गिरि महाराज श्रीमइ खंण्डप ने सभी संतों का स्वागत किया। श्रीमहंत नारायण गिरि बामसीन में रेखा व हिराराम के विवाह समारोह में भी शामिल हुए और वर-वधु को अपना आशीर्वाद प्रदान किया। रघुनाथ चौधरी आदि ने महाराजश्री का स्वागत किया और उनका आशीर्वाद लिया आज रात्रि विश्राम श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान जसोल धाम बालोतरा राजस्थान में करेंगे