महाराजश्री ने प्राचीन खरंटिया मठ व सारणेश्वर महादेव मठ भलों का वाड़ा में दर्शन-पूजन किया
राजस्थानः
श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्रीपंच दशनाम जूना अखाडा अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने राजस्थान में मंगलवार को देव दर्शन यात्रा की। महाराजश्री ने दो मठों में जाकर दर्शन-पूजन किया। श्रीमहंत नारायण गिरि मंगलवार को पहले बाड़मेर के खरंटिया गांव में नरसिंह परिवार के प्राचीन खरंटिया मठ पहुंचे, जहां दिव्य व सिद्ध समाधियां हैं। यहां पर जोगेंदर भारती साधू ने जीवित समाधि ली थी। महाराजश्री ने उनकी व अन्य संतों की समाधियों का दर्शन-पूजन किया।
उन्होंने बताया कि प्राचीन खरंटिया मठ ऐसा सिद्ध मठ है, जहां के दर्शन-पूजन मात्र से ही सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं। मठ में दर्शन-पूजन के लिए वर्ष भर लोगों का तांता लगा रहता है। जोगेंदर भारती महाराज 15वीं पीढ़ी के प्रमुख थे, जिन्होंने यहां जीवित समाधि ली थी। यहां लीन होने के बाद उत्तरप्रदेश में प्रकट हुए थे और उन्होंने वहां 40 मठ बनाए थे। एक बार अकबर ने यहां आकर डेरा डाला था तब उसने गायों का शिकार करना चाहा लेकिन जैसे वह बाड़े में गया गायें शेर बन गई थीं। महंत किशन भारती महाराज, सचिव श्रीमहंत मोहन भारती महाराज, महंत शिवगिरि महाराज रमते पंच के श्रीमहंत निरंजन भारती,नागणेची माता मंदिर धुंधाड़ा के मंदिर मदन सिंह भोपा आदि भी उनके साथ रहे। महाराजश्री ने सारणेश्वर महादेव मठ भलों का वाड़ा सिवाना बालोतरा में ब्रहमलीन जूना अखाडा के अध्यक्ष अर्जुन भारती की समाधि के दर्शन किए व महादेव का दर्शन-पूजन किया। दोनों मठों में बडी संख्या में श्रद्धालुओं ने श्रीमंहत नारायण गिरि महाराज से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया।