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कन्या भ्रूण हत्या से बडा कोई पाप नहीं हैः श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज

हमारे समाज में शुरू से ही नारी को पुरूष से अधिक महत्व दिया गया है
प्राइवेट चिकित्सक वेलफेयर एसोसिएशन के कन्या भ्रूण हत्या क्यों जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रहे महाराजश्री
गाजियाबादः
प्राइवेट चिकित्सक वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा गुरूवार को नवयुग मार्केट में कन्या भ्रूण हत्या क्यों जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्रीपंच दशनाम जूना अखाडा अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज मुख्य अतिथि रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रदेश के मंत्री नरेंद्र कश्यप व पूर्व राज्यसभा सदस्य डॉ अनिल अग्रवाल रहे। श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज ने कहा कि कन्या भ्रूण अपराध ही नहीं बहुत बडा पाप है। जन्म लेने से पहले ही किसी जीवन को खत्म करने का पाप करने वालों को भगवान कभी माफ नहीं करता है और उसे जन्म.जन्मांतर तक कष्ट भोगने पडते हैं। महाराजश्री ने कहा कि नारी ही प्रकृति है। नारी के बिना जीवन की कल्पना तक नहीं की जा सकती है। सृष्टि को पैदा करने वाली नारी ही है और इसी कारण प्राचीन काल में हमारा समाज नारी प्रधान था और नारी का इतना आदर मान सम्मान था कि उसे देवी का दर्जा दिया गया है।

अनादि काल से चली रही शक्ति पूजा भी इस बात को स्पष्ट करती है कि हमारे समाज में शुरू से ही पुरूष की अपेक्षा नारी को अधिक महत्व दिया गया है। यहां तक कहा गया है कि पिता असत्य हो सकता हैए मगर मां कभी भी असत्य नहीं हो सकती है। समाज का जबसे नैतिक पतन हुआ, तभी से समाज पुरूष प्रधान हो गया और नारी को अबला का दर्जा दे दिया गया जबकि नारी अबला नहीं है क्योंकि पूरी सृष्टि ही नारी पर टिकी हुई है। यही कारण है कि जब भी देवताओं पर कोई संकट आया तो उन्हें देवी की शरण में ही जाना पडा। कन्या माता लक्ष्मी का रूप है और जिस घर में आती है उस घर में सुख समृद्धि अपने आप आ जाती है। उन्होंने कल्पना चावला किरण बेदी दुर्गा भाभी रानी लक्ष्मीबाई तीजन बाई आदि अनेक उदाहरण देकर बताया कि अब महिलाएं किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है। बल्कि पुरुषों से अधिक मान सम्मान कमा रही हैं।

समाज को जागरूक करने का कार्य :-

कन्या भ्रूण हत्या का जो पाप हो रहा था, उसी का परिणाम था कि वर्ष 2011 में पुरूष व महिला का अनुपात 1000 व 900 थाए मगर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार व यूपी की योगी आदित्यनाथ की सरकार के सख्त कानूनों तथा बेटियों ने विपरीत परिस्थितियों में भी हर क्षेत्र में सफलता का परचम लहराकर समाज को जागरूक करने का कार्य किया और आज 1000 पुरूष व 1020 नारी हैं। कन्या भ्रूण हत्या के प्रति समाज को जागरूक करने में प्राइवेट चिकित्सक वेलफेयर एसोसिएशन व उसके संस्थापक बी के शर्मा हनुमान का भी अहम योगदान है, जो पिछले कई वर्षो से लोगों के बीच जाकर उन्हें कन्या भ्रूण हत्या के प्रति जागरूक करने का कार्य कर रहे हैं। उनके प्रयासों से लोगों की समझ में आ रहा है कि बेटे व बेटी में कोई अंतर नहीं हैं। दोनों समान हैं और आज की बेटी बेटे से भी बढकर है।

उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री नरेंद्र कश्यप व पूर्वराज्यसभा सदस्य डॉ अनिल अग्रवाल ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या पाप ही नहीं महापाप है। जो इसके जिम्मेदार होंगे, उनको इसकी सजा अवश्य मिलेगी। बेटी को कभी भी कमजोर नहीं समझना चाहिए। संस्था के संस्थापक अध्यक्ष ब्रह्मर्षि विभूति बीके शर्मा हनुमान ने कहा कि उनकी संस्था पिछले 33 वर्षों से कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए संकल्प दिवस का आयोजन करती आ रही है। इसके माध्यम से समाज के सभी वर्गों में जागरूकता का संदेश दिया जाता है। उन्होंने महाराजश्री व अन्य अतिथियों का स्वागत अभिनंदन किया। समाजसेविका वंदना चौधरी, विनीता पाल, बीके यशपाल, छोटेलाल कनौजिया, एडवोकेट सतीश भारद्वाज, डॉ जहीर अहमद, डॉ एस पी पाल, डॉ एके जैन, डॉ मिलन मंडल, डॉ एसपी गुप्ता, डॉ आरपी शर्मा, डॉ सुबोध त्यागी, डॉ नूर मोहम्मद, डॉ रुखसाना परवीन, डॉ विनीत कुमार शर्मा, डॉ केपी सरकार, डॉ बी पी सिंह, डॉ देवाशीष ओझा, डॉ निशा चौधरी, डॉ सुभाष शर्मा, डॉ दिलीप कुमार, डॉ बिल्लू कुमार प्रजापति, डॉ देवेंद्र कुमार, डॉ सुनीता बहल, डॉ एस निशा, डॉ एन एस तोमर, डॉ फरहा खान, डॉ फुरकान अली, डॉ श्याम लाल सरकार, डॉ सपन सिकदर, डॉ श्रीकांत मलिक, डॉ उस्मान अली आदि भी मौजूद रहे।

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