भगवान राम के आदर्शो को जीवन में उतारने से ही विश्व की सभी समस्याओं का समाधान हो सकेगाः श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज
गाजियाबादः
वशिष्ठ पीठाधीश्वर ब्रह्मॠषि वेदांती महाराज ने कहा कि श्री राम कथा सुनने की आवश्यकता कलियुग में सबसे ज्यादा है। कलियुग में मनुष्य को कष्ट से मुक्ति दिलाने, भव सागर से पार लगाने व भगवान का साक्षात्कार कराने के लिए श्री राम कथा से सरल दूसरा कोई साधन नहीं है।
श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्रीपंच दशनाम जूना अखाडा अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ताए दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज के पावन सानिध्य में श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में संत सनातन कुंभ में आयोजित बाल्मीकि रामायण रामकथा के छठे दिन वशिष्ठ पीठाधीश्वर ब्रह्मॠषि वेदांती महाराज ने राम कथा का रस अमृत कराते हुए बताया कि कलियुग में श्रीराम कथा को सुनने वाले प्राणी के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और उसकी सारी व्यथा मिट जाती है।
संतों का संग :-
जीवन में हमेशा सत्संग यानि संतों का संग करना चाहिए। सत्संग ही हमारा सही मार्गदर्शन कर हमें प्रभु के द्वार तक ले जाता है। यही कारण है कि जिसके जीवन में भी संत का आगमन हो जाता है, उसका जीवन उसी प्रकार खिल उठता है, जिस प्रकार प्रकृति के आगमन पर प्रकृति खिल उठती है। मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज ने कहा कि आज पूरा विश्व जान चुका है कि विश्व की सभी समस्याओं का समाधान भगवान राम के आदर्शो को जीवन में उतारने से ही संभव है। यही कारण है कि आज पूरे विश्व में सनातन हिंदू धर्म का प्रभाव बढ रहा है और भगवान राम-भगवान कृष्ण के आचरण को लोग अपने जीवन में उतार रहे हैं। राम कथा 9 जुलाई को विश्राम लेगी। 10 जुलाई को श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज के दिल्ली संत महामंडल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अध्यक्ष के रूप में एक वर्ष का कार्यकाल पूरा करने के उपलक्ष्य में उनका अभिनंदन समारोह होगा और बैठक का आयोजन भी होगा। साथ ही श्रद्धांजलि सभा व संत भंडारे का आयोजन भी होगा।
अभिनंदन समारोह:-
महाराजश्री के अभिनंदन समारोह में जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरी महाराज, श्रीपंच दसनाम जूना अखाड़ा के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरी महाराज, आनंद पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानन्द गिरी महाराज, दिल्ली संत महामंडल के संस्थापक स्वामी राघवानन्द गिरी महाराज, महामंडलेश्वर नवल किशोर दास महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी कंचन गिरी महाराज, कोषाध्यक्ष महंत धीरेंद्र पुरी महाराज, महामंडलेश्वर साध्वी विद्या गिरी महाराज, श्रीमहंत सुरेंद्रनाथ अवधूत महाराज, थानापति महंत धर्मेंद्र गिरी महाराज, श्रीमहंत सोमगिरी महाराज, नारायण दास उदासीन महाराज, महंत दीनबंधु दास महाराज, महंत गिरीशानंद गिरी महाराज, महंत मुकेशानंद गिरी महाराज वैद्य आदि भाग लेंगे। श्रद्धांजलि सभा में मुख्य अतिथि ऊर्ध्वाम्नाय श्री काशी सुमेरु पीठाधीश्वर अनन्त श्री विभूषित पूज्य जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज होंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीमहन्त पृथ्वी गिरि महाराज गादीपति बालक हिसार हरियाणा, श्रीमहन्त मोहन भारती महाराज सचिव श्रीपंचदशनाम जूना अखाडा डेरा भगाना हरियाणा, श्रीमहन्त महेश पुरी महाराज सचिव श्रीपंचदशनाम जूना अखाडा हरिद्वार, श्रीमहन्त शैलेंद्र गिरि महाराज सचिव श्रीपंचदशनाम जूना अखाडा श्री शिव मंदिर गुलजारी वाला धाम कैराना रोड शामली होंगे। संतों का स्वागत धर्मपाल गर्ग, अनुज गर्ग, विजय मित्तल, शंकर झा, अमित कुमार शर्मा व दीपांकर पांडेय करेंगे। शनिवार को कथा में डॉ राघवेंद्र दास महाराज, महंत गिरीशानंद गिरी महाराज, महंत मुकेशानंद गिरी महाराज, महंत विजय गिरी महाराज, महंत शैलेंद्र गिरी महाराज, महंत कैलाश गिरी महाराज श्मशानवासिनी, विजय मित्तल, अजय चोपडा आदि भी मौजूद रहे।