संस्था के अध्यक्ष केरूप में एक वर्ष का कार्यकाल पूरा करने पर श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज का देश भर से आए संतों ने किया अभिनंदन
गाजियाबादः सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में मगलवार को दिल्ली संत महामंडल की कार्यकारिणी की बैठक हुई। बैठक में हाथरस में भगदड़ में मारे गए श्रद्धालुओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पीड़ित परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की गई। साथ ही खुद को अवतार कहकर भ्रम व अंधविश्वास फैलाने वाले तथा समाज को गुमराह करने वाले स्वयंभू संतों के प्रति समाज को जागरूक करने के लिए अभियान चलाने का प्रस्ताव भी पारित किया गया। बैठक में दिल्ली संत महामंडल के अध्यक्ष के रूप में एक वर्ष का कार्यकाल पूरा करने पर श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्रीपंच दशनाम जूना अखाडा अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज का अभिनंदन देश भर से आए 800 से अधिक संतों ने किया। बैठक की अध्यक्षता जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरी महाराज ने कहा कि समाज, देश व विश्व को सही दिशा व दशा देने का काम सदैव संतों ने ही किया है।
आज जब पूरे विश्व में अनिश्चितता व हिंसा का माहौल है तो संतों की जिम्मेदारी और भी बढ जाती है। सभी संतों को मानवता की रक्षा के लिए आगे आना होगाए तभी हाथरस जैसे हादसों को रोका जा सकेगा। वशिष्ठ पीठाधीश्वर ब्रह्मर्षि वेदांती महाराज ने कहा कि राम भक्तों पर गोलियां चलाने वाले मुलायम सिंह यादव से पद्म विभूषण का सम्मान वापस लिया जाना चाहिए। साथ ही संसद में फिलिस्तीन का नारा लगाने वाले असदुद्दीन ओवैसी की सदस्यता तत्काल रद्द की जानी चाहिए। श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि दिल्ली संत महामंडल धर्म व आध्यात्म ही नहीं समाज सेवा के कार्यो में भी सबसे आगे है। संत शुरू से ही मानव मात्र ही नहीं हर जीव के कल्याण के लिए समर्पित रहे हैं। देश पर कोई संकट आया होए विपदा की कोई घडी हो तो संत ही सबसे पहले मदद के लिए आगे आते हैं। दिल्ली संत महामंडल धर्म,आध्यात्म के साथ पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण, गौमाता संरक्षण आदि के लिए भी निरंतर कार्य कर रहा है।
संतों की वाणी:-
उन्होंने कहा कि कुछ तथाकथित लोग खुद को संत कहकर जहां समाज को गुमराह करते हैं, वहीं पाखड व अंधविश्वास भी फैलाने का कार्य करते हैं। ऐसे फर्जी संतों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाने की जरूरत है। संतों की वाणी समाज के हर व्यक्ति तक पहुंचे और समाज के लोग जागरूक हों, इसके लिए संस्था की ओर से जल्द ही पत्रिका का प्रकाशन शुरू किया जाएगा। उनके एक वर्ष के कार्यकाल में उन्हें दिल्ली संत महामंडल के सभी पदाधिकारियोंए सदस्यों व देश के सभी संतों का सहयोग मिला है और उनके सहयोग से उनके कार्यकाल के आगे के दो वर्षो में सनातन हिंदू धर्म की पताका पूरे विश्व में फहराने का कार्य किया जाएगा। बैठक से पहले प्रातः 10 बजे से 11 बजंे तक हवन का आयोजन किया गया जिसमें सभी संतों ने आहुति देकर हाथरस हादसे में मारे गए श्रद्धालुओं की आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की। पहली व अंतिम आहुति महाराजश्री ने दी।
संगठन विस्तार:-
बैठक में संगठन विस्तार, सदस्यता अभियानए आय और व्यव का ब्योराए सामाजिक व धार्मिक उत्थान के लिए कार्ययोजना बनानाए पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण अभियान निरंतर चलानाए बच्चों को अपने माता-पिता व गुरूओं का सम्मान करने के लिए प्रेरित करना, लोगों को अपने बच्चों के साथ बैठकर धर्म चर्चा के लिए प्रेरित करना, पाखंडी, ढोंगी व स्वयंभू संतों के खिलाफ समाज व शासन के सहयोग से अभियान चलाना, बहम संसार पत्रिका का प्रकाशन करना आदि प्रस्ताव पारित किए गए। आनंद पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानन्द गिरी महाराज, दिल्ली संत महामंडल के संस्थापक स्वामी राघवानन्द गिरी महाराज, महामंडलेश्वर नवल किशोर दास महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी कंचन गिरी महाराज, कोषाध्यक्ष महंत धीरेंद्र पुरी महाराज, महामंडलेश्वर साध्वी विद्या गिरी महाराज, महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज, महामंडलेश्वर शैलेंद्र गिरी महाराज, थानापति महंत धर्मेंद्र गिरी महाराज, श्रीमहंत सोमगिरी महाराज, महामंडलेश्वर धर्मदेव गिरी महाराज, महंत गिरिशानंद गिरी महाराज, महंत मुकेशानंद गिरी महाराज वैद्य, श्रीमहंत रामापुरी महाराज, महंत विजय गिरी महाराज, श्रीमहंत जगदीश पुरी महाराज, रमेशानंद गिरी महाराज, महंत किशन गिरि महाराज, महंत कन्हैया गिरी महाराज आदि भी मौजूद रहे।