महंत मस्त गिरी महाराज ब्रहमलीन होने से आध्यात्म व धार्मिक जगत को अपूर्णीय क्षति हुई हैः महाराजश्री
ओंकारेश्वर, मध्य प्रदेश
तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर के विंध्याचल सतपुड़ा ओमकार पर्वत परिक्रमा मार्ग पर स्थित श्री राधा कृष्ण मंदिर मधुबन आश्रम के संस्थापक एवं षडदर्शन संत मंडल के अध्यक्ष महंत मस्त गिरी महाराज बुधवार 7 जुलाई को ब्रह्मलीन हो गए। 8 जुलाई को मस्त गिरी महाराज द्वारा स्थापित श्री राधा कृष्ण मंदिर मधुबन आश्रम परिसर में हजारों भक्तों एवं संतों मंडली की मौजूदगी में उन्हें समाधि दी गई। समाधि महंत मस्त गिरी महाराज के गुरू श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष, हिंदू यूनाइटिड फ्रंट अध्यक्ष व श्री दूधेश्वर वेद विद्यालय संस्थान के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज के सानिघ्य व दिशा-निर्देशन में दी गई।
श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज ने कहा कि महंत मस्त गिरी महाराज ने सनातन धर्म, समाज, देश की जो सेवा की, सनातन धर्मको मजबूत करने के लिए उन्हें जो कार्य किए, उन्हें कभी भी भुलाया नहीं जा सकेगा। उनके ब्रहमलीन होने से आध्यात्म व धार्मिक जगत को अपूर्णीय क्षति हुई है। अपने सहज एवं सरल स्वभाव के कारण थे संत मंडल एवं भक्तों के बीच बेहद लोकप्रिय थे। जोड़ गणपति हनुमान मंदिर के महंत मंगलदास महाराज, जूना अखाड़े के महंत विजय शंकर पुरी महाराज, महंत तरूण गिरि महाराज ज्वाला गिरी जी की समाधि टीपी नगर मेरठ, महंत कन्हैया गिरी महाराज काल भरैव मंदिर प्रेम नगर गाजियाबाद, प्राचीन देवी मंदिर के महंत गिरीशानंद गिरी महाराज सहित ओंकारेश्वर के षड दर्शन संत मंडल के पदाधिकारी एवं संत सनातन धर्म को मानने वाले संतों एवं महाराज से जुड़े हुए भक्त ओंकारेश्वर नगर पत्रकार संघ के अध्यक्ष मंगल सिंह ठाकुर, उपाध्यक्ष देवेंद्र चौकसे आदि ने ब्रहमलीन महंत मस्त गिरी महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित की।
Bhagwan ki Asheem kripa se aise mahan sant Dharti par Janam lete hai unki upurti ashani hai bhagwan unki atma ko kelas dham prapt kare har har Mahadev
Om namo narayan. Sat sat naman mere BABAJi…..
Jaiho