बढता प्रदूषण आज भारत ही विश्व की सबसे बडी समस्या बन चुका हैः श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज
नोएडाः
परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के परमाध्यक्ष स्वामी चिंदानंद सरस्वती महाराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आहवान पर एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत सवा लाख पौधे लगाने का संकल्प लिया है। अभियान की कडी में सेक्टर 146 पुराना मुबारकपुर स्थित प्राचीन श्रीकृष्ण सुदामा गौरक्षधाम में रविवार को स्वामी चिंदानंद सरस्वती महाराज के नेतृत्व व श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, दिल्ली सन्त महामण्डल के राष्ट्रीय अध्यक्ष, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज की अध्यक्षता में पौधरोपण किया गया। वट वृक्ष का पौधा लगाकर उसकी परिक्रमा भी की गई। स्वामी चिंदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि पर्यावरण शब्द दो शब्दों परि व आवरण से मिलकर बना है। परि का अर्थ है चारों ओर व आवरण का अर्थ है घिरा हुआ अर्थात चारों ओर से घिरा हुआ यानि हमारे चारों ओर जो धिरा हुआ है, वह पर्यावरण है। पर्यावरण के अंतर्गत पेड़-पौधे, जीव-जंतु, वृक्ष आदि सभी आते हैं। यानी जो कुछ भी हमारे आस.पास है चाहे वह सजीव हो या निर्जीव सभी हमारे पर्यावरण से जुड़े हुए हैं।
पर्यावरण के द्वारा ही पृथ्वी पर जीवन संभव:-
पर्यावरण का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। पर्यावरण के द्वारा ही पृथ्वी पर जीवन संभव है आज हम पर्यावरण के कारण ही जीवित हैं। एक अच्छा और स्वच्छ पर्यावरण हमें बेहतर जीवन जीने में मदद करता है। जब हम सांस लेते हैं तो ऑक्सीजन ग्रहण करते हैं और जब हम सांस छोड़ते हैं तो उसके साथ कार्बन.डाई.ऑक्साइड छोड़ते हैं। यह ऑक्सीजन हमें वृक्षों से ही मिलती है। इससे साफ है कि हमारे सांस रूपी डोर को वृक्षों ने ही थामा हुआ है। जब तक वृक्ष हैं, तभी तक हम हैं। जिस दिन वृक्ष खत्म हो जाएंगे, उस दिन पृथ्वी से जीवन ही खत्म हो जाएगा। अतः हमारे लिए सबसे जरूरी काम पर्यावरण का संरक्षण करना है। पर्यावरण का संरक्षण होगा तो हमारा व हमारी आनेवाली पीढी का भी संरक्षण होगा। स्वामी चिंदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि हर व्यक्ति पौधे लगाने के साथ उनकी देखभाल करने का संकल्प भी ले। श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, दिल्ली सन्त महामण्डल के राष्ट्रीय अध्यक्ष, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि बढता प्रदूषण आज भारत ही विश्व की सबसे बडी समस्या बन चुका है। पेड़-पौधों के कम होने से हमारी सांस की डोर समय से पहले ही टूट रही है।
स्वामी चिंदानंद सरस्वती महाराज:-
स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि आज सांस तक लेना मुश्किल हो गया है। इस स्थिति से छुटकारा दिलाने के लिए परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के परमाध्यक्ष स्वामी चिंदानंद सरस्वती महाराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आहवान पर एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत सवा लाख पौधे लगाने का संकल्प लिया है। उनका यह संकल्प समाज में परिवर्तन लाने का काम करेगा और लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करेगा। महाराजश्री ने कहा कि प्राचीन काल में मानव पर्यावरण के महत्व अच्छी तरह से समझता था। वह जानता था कि जब तक पर्यावरण स्वच्छ है, तभी तक हम भी स्वस्थ हैं। पर्यावरण के निकट रहने, उससे प्रेम करने व उसका संरक्षण करने के कारण ही प्राचीन समय में मानव 100 वर्ष से अधिक का होने पर भी स्वस्थव जीवित रहता है। हमारे देवी-देवताओं ने भी पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया है। भगवान श्रीकृष्ण ने पर्यावरण संरक्षण का महत्व बताने के लिए गोवर्धन लीला तक की थी। अतः हम पर्यावरण के महत्व को समझें और अधिक से अधिक पौधे लगाकर उनकी देखभाल व रक्षा करें। सांसद व पूर्व मंत्री महेश शर्मा, प्राचीन देवी मंदिर दिल्ली गेट के महंत गिरीशानंद गिरी महाराज आदि भी मौजूद रहे। प्राचीन श्रीकृष्ण सुदामा गौरक्षधाम के अध्यक्ष वैष्णो संत राम मंगल दास महाराज ने सभी का स्वागत अभिनंदन किया।