भागवत कथा से शांति व मुक्ति मिलती हैः श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज
उदासीन संत मुनि आत्माराम महाराज 23 अगस्त से श्रीमद भागवत कथा का अमृतपान करा रहे हैं
गाजियाबाद:-
राजनगर एक्सटेंशन स्थित चार्म्स कैसल के सेंट्रल पार्क में उदासीन संत मुनि आत्माराम महाराज 23 अगस्त से श्रद्धालुओं को संगीतमय श्रीमद भागवत कथा का अमृतपान करा रहे हैं। कथा में बुधवार को श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज मुख्य अतिथि के रूप में पधारे। महाराजश्री व उनके साथ कथा में पधारे प्राचीन देवी मंदिर दिल्ली गेट के महंत गिरीशानंद गिरी महाराज का कथा व्यास उदासीन संत मुनि आत्माराम महाराज ने स्वागत अभिनंदन किया। कथा श्रवण करने आए सभी भक्तों ने महाराजश्री का स्वागत कर उनका आशीर्वाद लिया।
श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज ने कहा कि श्रीमद भागवत कथा श्रवण करने मात्र से ही जन्म जन्मांतर के विकार व पाप नष्ट हो जाते हैं। सभी कष्टों से छुटकारा भी मिलता है और प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकास होता है। भागवत कथा ज्ञवण करने से मन का शुद्धिकरण होता है। इससे संशय दूर होता है और शांति व मुक्ति मिलती है। बहुत से लोगों के मरने के बाद उनके परिजन पिंडदान आदि नहीं कर पाते हैं। श्रीमद भागवत कथा ऐसे लोगों को भी मुक्ति व मोक्ष प्राप्त करती है। श्रीमद भागवत कथा में भगवान कृष्ण की लीलाओं का ऐसा अदभुत वर्णन है कि उनके सुनने मात्र से मानव जीवन की सार्थकता पूरी हो जाती है। श्रीमद भागवत कथा का महत्व इसी से लगाया जा सकता है कि सभी सम्प्रदाय से जुडे संत व भक्तगण इसका श्रवण करते हैं। वह व्यक्ति बहुत ही भाग्यशाली होता है, जिससे भागवत कथा श्रवण करने का अवसर प्राप्त होता है। ऐस भक्त पर भगवान की कृपा हमेशा बनी रहती है और उसके जीवन में कोई कष्ट-दुख नहीं होता है
Om namo narayan