भारत सरकार हिंदुओं की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाएः महामंडलेश्वर स्वामी राघवानंद महाराज गुरू गोविंद सिंह के जीवन से प्रेरणा लेकर अत्याचार व अन्याय के विरूद्ध हमें खडा होना होगाः श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज
दिल्लीः दिल्ली संत महामंडल द्वारा शुक्रवार को उदासीन आश्रम आराम बाग पहाडगंज में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। श्रद्धांजलि सभा में बांग्लादेश की हिंसा में मारे गए हिंदुओं को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। श्रद्धांजलि सभा के बाद संस्था के संस्थापक व संरक्षक उदासीन पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी राघवानंद महाराज के मार्गदर्शन व श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज की अध्यक्षता में संतों की सभा हुई जिसके मुख्य अतिथि आचार्य महामंडलेश्वर बालकानंद महाराज रहे। आचार्य महामंडलेश्वर बालकानंद महाराज ने कहा कि बांग्लादेश में जिस प्रकार से हिदुओं को निशाना बनाकर उनकी हत्या की गई व उन्हें लूटा गयाए उससे हर हिंदू आक्रोषित है। भारत सरकार को बांग्लादेश सरकार पर राजनैतिक दबाव बनाकर वहां रह रहे हिंदुओं की रक्षा करनी चाहिए। उदासीन पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी राघवानंद महाराज ने कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ हो रहा है, उससे हर हिंदू चिंतित है।
भारत सरकार को हिदुओं की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए:-
भारत सरकार को हिदुओं की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए। श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि बांग्लादेश में हिदुओं के साथ जो कुछ हुआ, उसका एकमात्र कारण हमारा एकजुट ना होना है। हम वर्षो तक पहले मुगलों व फिर अंग्रेजों के गुलाम रहे, फिर भी ना तो हम जागरूक हुए और ना ही एक हुए। उसी का नतीजा है कि एक बार फिर से हम गुलामी की ओर जा रहे हैं। हिंदू कायर नहीं है। दुनिया के महान तपस्वी, महान कवि, महान योद्धा, संत सिपाही साहिब जिनको श्रद्धा व प्यार से सरबंस दानी, दशमेश पिता आदि नामों से भी जाना जाता है ने कहा है कि चिडि़यों से मै बाज लड़ाऊं। सवा लाख से एक लड़ाऊं। तभी गोबिंद सिंह नाम कहाऊं। हिंदू अगर जागरूक हो जाए, एकजुट हो जाए तो वह हर प्रकार की स्थिति से निपटने व उस पर विजय प्राप्त करने में सक्षम है, मगर वह ना तो जागरूक है और ना ही एकजुट है। इसी कारण आज हमारी ऐसी स्थिति है कि अपने देश में ही बैगाने से हो गए हैं। अगर हमें अपनी व अपने परिवार व अपनी आने वाली पीढी की रक्षा करनी है तो हमें गुरु गोबिंद सिंह के जीवन से प्रेरणा लेते हुए हर अन्याय व अत्याचार का सामना करना होगा। संतों को भी इसके लिए आगे आना होगा।उन्हें खुद के अंदर तो चेतना जगानी ही होगी,साथ ही हिंदुओं को भी एकजुट व जागरूक करना होगा। संतों का जीवन समाज व देश के लिए समर्पित होता है। अतः हमें जरूरत पडने पर सरहद पर जाकर दुश्मनों का सामना करने के लिए भी तैयार रहना होगा।
3 दिन तक हवन, गायत्री पाठ, गीता, रामायण पाठ का आयोजन:-
महाराजश्री ने कहा कि बांग्लादेश में मारे गए हिंदुओं की आत्मा की शांति के लिए 3 दिन तक हवन, गायत्री पाठ, गीता, रामायण पाठ का आयोजन किया जाए।साथ ही जिन्होंने हिंदुओं को मारा, उनके विनाश के लिए मां बगलामुखी का यज्ञ किया जाए। श्री ब्रहमामाधवागौरेश्वराचार्य ब्रज रसिक श्री श्री 1008 त्रिदंडी स्वामी भक्ति वेदांत महायोगी महाराज ने कहा कि बांग्लादेश जैसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो, इसके लिए हिदुओं को एकजुट होना पडेगा। हिंदू एक होगा तो किसी की भी की हिंदुओं की तरफ आंख उठाने की हिम्मत नहीं होगी। संस्था के महामंत्री महामंडलेश्वर नवल किशोर दास महाराज ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार किए जा रहे हैं। उनकी संपत्ति लूटी जा रही और हत्या तक की जा रही है। दुकानों व मकानों को ही नहीं मंदिरों तक तो जलाया जा रहा है। ऐसे में भारत सरकार को हिंदुओं की रक्षा करनी चाहिए। संस्था के संगठन मंत्री महामंडलेश्वर कंचन गिरी महाराज ने कहा कि हिंदुओं की रक्षा के लिए भारत सरकार को वहां सरकार व सेना के अधिकारियों से सीधे बात करनी चाहिए। उन्हें स्पष्ट बता देना चाहिए कि यदि हिंदुओं पर अत्याचार नहीं रूके तो भारत को सख्त कदम उठाने को मजबूर होना पडेगा। संस्था की पूर्व अध्यक्ष महामंडलेश्वर साध्वी विद्यानंद गिरी महाराज ने कहा कि बांग्लादेश में जिस प्रकार हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है, उसे रोकने के लिए भारत सरकार को आगे आना होगा। साथ ही हिंदुओं की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाने होंगे। विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष कपिल खन्ना ने कहा कि बांग्लादेश को यह बात स्पष्ट बता देनी चाहिए कि यदि हिंदुओं के साथ भविष्य में ऐसा करने की हिम्मत भी की गई तो भारत सख्त कदम उठाने को मजबूर होगा। संस्था के कोषाध्यक्ष महंत धीरेंद्र पुरी महाराज, श्रीमहंत सोम गिरी महाराज,कोतवाल मंगलदास महाराज, महंत गिरीशानंद गिरी महाराज आदि भी मौजूद रहे।