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सनातन धर्म की रक्षा के लिए संत हमेशा तत्पर रहते हैंः श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज

नेटवर्क 10 द्वारा आयोजित संत संसद में महाराजश्री मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए
श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज बोले, संत मार्गदर्शन करेंगे तो सनातन धर्म का परचम एक बार फिर पूरे विश्व में फहराएगा

नोएडाः
नेटवर्क 10 द्वारा सोमवार को संत संसद का आयोजन किया गया। संत संसद में देश भर से संत पधारे और सनातन धर्म व भारतीय संस्कृति, परम्परा तथा प्राचीन गुरूकुल पद्धति और संतों की भूमिका को लेकर चर्चा की। श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से संत संसद को सम्बोधित किया। उन्होंने संत संसद की सफलता की कामना की और कहा कि समाज को सही दिशा देने वाले व मार्गदर्शन करने वाले संत ही हैं। समाज सेवा हो या देश सेवा या फिर भारतीय संस्कृति, धर्म की रक्षा करने की बात हो, संत हमेशा सबसे आगे राहते हैं। मुख्य अतिथि श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि आज सनातन धर्म पर जिस प्रकार हमले हो रहे हैं, सनातन धर्म को अपमािनत किया जा रहा है, उसे देखते हुए संत संसद का आयोजन समय की जरूरत है। जब जब धर्म की हानि हुई और अधर्म बढा तब तब संत ही आगे आए और धर्म व न्याय की रक्षा की। धर्म की रक्षा के लिए संत अपने प्राणों की बाजी लगाने से भी पीछे नहीं हटते हैं।

देश की आजादी का आंदोलन हो या अयोध्या में श्रीराम जन्म भूमि पर बने भव्य मंदिर के निर्माण का आंदोलन संत ही हमेशा सबसे आगे रहे हैं। सनातन धर्म हमेशा सत्य व न्याय की बात करता है। सनातन धर्म वसुधैव कुटुम्बकम की विचारधारा को आधार मानकर समस्त विश्व को ही एक परिवार का सदस्य मानता है और सभी को एक समान मान-सम्माद व आदर देता है। यही कारण है कि विश्व भर के लोग प्राचीन समय से ही सनातन धर्मकी ओर आकर्षित होते आए हैं और उसे अपनाते आए हैं। यह कुछ धर्म विरोधी लोगों को सहन नहीं हो पा रहा है। हताशा में वे सनातन धर्म को निशाना बना रहे हैं और उसका अपमान कर रहे हैं। वे यह भूल गए हैं कि सदा से है और सदा रहेगा, जिसे कोई मिटा नहीं सकता है, वह सनातन धर्म है। हर युग में सनातन धर्म पर हमले होते आए मगर कोई भी उसे मिटा नहीं सका क्योंकि जिस धर्मकी रक्षा के लिएसंत खडे हों, और जो भगवान का ही स्वरूप हों, उसे कौन मिटा सकता है। आज एक बार समय आ गया है कि संत एकजुट होकर सनातन धर्म की रक्षा के लिए आगे आएं। संत मार्गदर्शन करेंगे तो सनातन धर्म का परचम पूरे विश्व में फहराने से कोई नहीं रोक सकेगा। ऐसे लोग जो हमें बांटना चाहते हैं, उनके लिए नेटवर्क 10 द्वारा आयोजित संत संसद बहुत बडा जवाब है। यह संत संसद सभी हिंदुओं को एकजुट करेगी और पूरे विश्व में यह संदेश जाएगा कि हम सभी हिंदु एक हैं और ना हमें कोई बांट सकता है और ना ही काट सकता है।

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