सभी अखाड़े 7 फरवरी के बाद काशी के लिए रवाना हो जाएंगेः श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज
काशी में होली खेलने के बाद साधु-संत मठ-मंदिरों व आश्रमों के लिए प्रस्थान करेंगे
प्रयागराजः
प्रयागराज महाकुंभ में बसंत पंचमी का तीसरा व अंतिम अमृत स्नान सोमवार को हुआ। जूना अखाड़ा के देश-विदेश के लाखों संतों ने जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज, जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज के नेतृत्व व दिशा-निर्देशन में संगम तट पर प्रयागराज के रक्षक वेणी माधव व मां गंगा, यमुना तथाा सरस्वती की पूजा-अर्चना कर पावन त्रिवेणी में अमृत स्नान किया। जूना अखाड़ा में 4 बजे सभी भगवान व देवी-देवताओं की आरती हुई व आरती के बाद प्रातः 4.30 बजे भगवान को सोमवार का विशेष भोग लगाया गया। श्रीमहंत आनंद पुरी महाराज व श्रीमहंत दुत पुरी महाराज ने देवताओं को उठाया और उसके बाद जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज तथा जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज के नेतृत्व वदिशा-निर्देशन में जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज, श्री दूधेश्वर मंदिर के पीठाधीश्वर व जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज, मेला प्रभारी श्रीमहंत मोहन भारती महाराज, श्रीमहंत महेश पुरी महाराज, श्रीमहंत शैलेद्र गिरि महाराज समेत 250 महामंडलेश्वर, 25 हजार नागा साधुओं के साथ लाखों साधु-संतों ने ांगम की ओर प्रस्थान किया। श्री दूधेश्वर मंदिर के पीठाधीश्वर व जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज, मे बताया कि बसंत पंचमी पर सबसे पहले श्रीपंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी व श्रीशंभू पंचायती अटल अखाड़ा के साधु-संतों ने स्नान किया। दोनों अखाडे अपने शिविरों से प्रातः 4 बजे प्रस्थान कर संगम घाट पर प्रातः 5 बजे पहुंचे।
40 मिनट के स्नान के बाद प्रातः 5.40 पर घाट से प्रस्थान कर अखाडे प्रातः 6.40 पर अपने शिविरों में पहुंच जाएंगे।गए। दूसरे स्थान पर श्रीतपोनिधि पंचायती, श्रीनिरंजनी अखाड़ा एवं श्रीपंचायती अखाड़ा आनंद के साधु-संतों ने अमृत स्नान किया। इनका शिविर से प्रस्थान समय प्रातः 4.50 बजे रहा व वे घाट पर प्रातः 5.50 बजे पहुंच गए। स्नान का समय 40 मिनट रहा। तीन संन्यासी अखाड़े श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा एवं श्रीपंच दशनाम आवाहन अखाड़ा तथा श्रीपंचाग्नि अखाड़ा का शिविर से प्रस्थान का समय प्रातः 5.45 घाट पर आगमन का समय प्रातः 6.45 रहेगा। 40 मिनट के स्नान के बाद शिविर के लिए प्रस्थान किया गया। तीन बैरागी अखाड़ों में सबसे पहले अखिल भारतीय श्रीपंच निर्वाणी अनी अखाड़ा 8.25 पर शिविर से चला व 9.25 पर घाट पर पहुंचा। 30 मिनट स्नान के बाद 9.55 पर घाट से शिविर के लिए प्रस्थान किया। अखिल भारतीय श्रीपंच दिगंबर अनी अखाड़ा 9.05 पर शिविर से निकलकर 10.05 पर घाट पहुंचा। अखाड़े को स्नान के लिए 50 मिनट का समय दिया गया था। अखिल भारतीय श्रीपंच निर्मोही अनी अखाड़ा 10.05 पर शिविर से चला व 11.05 पर घाट पहुंचा। 30 मिनट स्नान के बाद 11.35 पर शिविर के लिए प्रस्थान किया गया। श्रीपंचायती नया उदासीन अखाड़ा 11 बजे शिविर से रवाना होकर 12 बजे घाट पहुंचा और 55 मिनट स्नान करने के बाद 12.55 पर घाट से रवाना हुआ। श्रीपंचायती अखाड़ा बडा उदासीन निर्वाण 12.05 बजे शिविर से चलकर 1.05 पर घाट पहुंचा। स्नान के लिए एक घंटे का समय मिला। सबसे अंत में श्रीपंचायती निर्मल अखाड़ा ने स्नान किया। यह अखाड़ा दोपहर 1.25 पर शिविर से चला और 2.25 पर घाट पहुंचा। अखाड़े को स्नान के लिए 40 मिनट का समय मिला। महाराजश्री ने बताया कि सभी अखाड़ दशहरा यानि 7 फरवरी के बाद काशी के लिए रवाना हो जाएंगे। काशी में होली खेलने के बाद सभी साधु-संत अपने मठ-मंदिर, आश्रमों के लिए प्रस्थान करेंगे। महाकुंभ में आम लोगों का स्नान जारी रहेगा। महाकुंभ 26 फरवरी को महा शिवरात्रि के मुख्य स्नान के साथ विश्राम लेगा। बसंत पंचमी का शाही स्नान सोमवार को शांमिपूर्वक सम्पन्न हुआ।