श्री दूधेश्वर वेद विद्यापीठ के आचार्याे, विद्यार्थियों, मंदिर के पुजारियों, स्वयंसेवकों व भक्तों ने महाराजश्री का स्वागत अभिनंदन किया
गरूशाला में जाकर गौमाता की सेवा की, श्री दूधेश्वर वेद विद्यापीठ का निरीक्षण कर आचार्यो व विद्यार्थियों का हाल-चाल जाना
महाराजश्री की अध्यक्षता में श्री दूधेश्वर नाथ महादेव कुंभ मेला शिविर ने प्रयागराज महाकुंभ में नर सेवा नारायण सेवा की मिसाल कायम की
महाशिवरात्रि पर्व तक भगवान दूधेश्वर की सेवा करेंगे, उसके बाद काशी के लिए रवाना होंगे
गाजियाबादः
श्री दूधेश्वर नाथ मंदिर के पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज प्रयागराज महाकुंभ में 45 दिन के कल्पवास के बाद रविवार को ऐतिहासिक सिद्ध पीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर पहुंचे तो उनका जोरदार स्वागत अभिनंदन किया। श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ के आचार्याे, विद्यार्थियों, मंदिर के पुजारियों व स्वयंसेवकों के साथ बडी संख्या में मौजूद भक्तों ने महाराजश्री का स्वागत अभिनंदन कर उनसे आशीर्वाद लिया। महाराजश्री ने मंदिर पहुंचने पर भगवान दूधेश्वर की पूजा कर उनका अभिषेक किया। भगवान राम, भगवान कृष्ण, भगवान सत्यनारायण, हुनमान भगवान, मांग दुर्गा समेत सभी देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना की व गुरू मुर्तियों की सिद्ध समाधियों को मत्था टेका। महाराजश्री मंदिर की गौशाला पहुंचे तो उन्हें देखते ही गौमाता प्रसन्न हो गईं। उन्होंने गौमाता की सेवा की व उन्हें अपने हाथों से उन्हें भोजन कराया। श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ के निरीक्षण के दौरान विद्यार्थियों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ उनका स्वागत किया। महाराजश्री ने सभी आचार्यो व प्रत्येक विद्यार्थी से मिलकर हालचाल जाना। उन्होंने विद्यार्थियों को मेहनत, लगन के साथ अपने लक्ष्य को प्रापत करने का संदेश दिया। श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज की प्रेरणा से प्रयागराज महाकुंभ में श्री दूधेश्वर नाथ महादेव मठ मंदिर द्वारा सेक्टर 20 संगम लोअर मार्ग पर शास्त्री ब्रिज के नीचे कुंभ मेला क्षेत्र में श्री दूधेश्वर नाथ महादेव कुंभ मेला शिविर लगाया गया था। शिविर 1 जनवरी से 12 फरवरी तक चला। इस दौरान देश-विदेश के हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन शिविर में पहुचे और शिविर में पुजा-अर्चना कर महाराजश्री का आशीर्वाद प्राप्त किया।









जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज के मार्गदर्शन व महाराजश्री की अध्यक्षता में श्री दूधेश्वर नाथ महादेव कुंभ मेला शिविर ने प्रयागराज महाकुंभ में नर सेवा नारायण सेवा की ऐसी मिसाल कायम की कि देश ही नहीं पूरे विश्व में उसकी सराहना हो रही है। शिविर में एक लाख जरूरतमंदों को कंबल वितरित किए गए। प्रतिदिन हजारों जरूरतमंदों के लिए चाय-नाश्ते से लेकर खाने की व्यवस्था की गई। स्वयं श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने उनकी सेवा की। महाराजश्री ने कहा कि नारायण का वास तो हर जीव व कण-कण में है। नर रूपी नारायण की सेवा करने से ही हमें नारायण की प्राप्ति हो सकती है। महाराजश्री को प्रयागरात महाकुंभ के बाद काशी प्रवास के लिए प्रस्थान करना था, मगर वे रविवार को पहले दूधेश्वर भगवान की सेवा में पहुंचे। महाराजश्री ने कहा कि भगवान दूधेश्वर की सेवा ही उनके जीवन का उददेश्य है। उनकी सेवा के बिना एक क्षण भी नहीं रह सकते हैं। प्रयागराज महाकुंभ में भी उन्होंने भगवान दूधेश्वर के प्रतीक की नित्य सेवा की। 26 फरवरी को महाशिव रात्रि पर्व भी है। इसी के चलते भगवान दूधेश्वर की सेवा हेतु व महाशिवरात्रि पर्व के लिए व्यवस्था बनाने के लिए वे रविवार को श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर पहुंचे। महाशिवरात्रि पर्व के बाद वे काशी के लिए रवाना होंगी और होली पर्व तक वहीं प्रवास कर पुनः भगवान दूधेश्वर की सेवा में हाजिर होंगे। महाराजश्री के मंदिर पहुंचने की जानकारी मिलते ही शहर के सैकडों श्रद्धालु मंदिरों पहुंचे और पूजा-अर्चना के बाद महाराजश्री से भेंटकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।