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प्राचीन सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व पर भक्तों की भीड़ ने रचा इतिहास

25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान दूधेश्वर का जलाभिषेक कियाः श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज
जलाभिषेक का सिलसिला लगातार 24 घंटे से भी अधिक समय तक चला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराजश्री को फोन कर व्यवस्थाओं की जानकारी ली
गाजियाबादः
प्राचीन सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व पर भीड़ के सभी रिकार्ड ध्वस्त हो गए। सोमवार से बुधवार की रात्रि 12 बजे तक 25 लाख से अधिक भक्तों ने भगवान दूधेश्वर की पूजा.अर्चना की व उनका अभिषेक किया। इतनी अधिक भीड़ के बावजूद किसी भी भक्त को कोई असुविधा नहीं हुई। सभी ने महाशिवरात्रि पर्व को लेकर की गई व्यवस्थाओं की सराहना की। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने स्वयं मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज को फोन कर व्सवस्थाओं की जानकारी ली और उनसे पूछा कि व्यवस्थाओं में किसी प्रकार की कोई कमी तो नहीं है।
श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने भगवान का प्रथम अभिषेक किया भगवान दूधेश्वर के जलाभिषेक का सिलसिला रात्रि 12 बजे से हुआ। प्रथम अभिषेक मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने किया। उसके बाद भक्तों द्वारा जलाभिषेक का सिलसिला शुरू हुआ तो वह लगातार 24 घंटे से भी अधिक समय तक चलता रहा। इस दौरान मंदिर ही नहीं आसपास का क्षेत्र भी भगवान दूधेश्वर व हर हर महादेव के जयकारों से गूंजता रहा। भगवान की पूजा.अर्चना व अभिषेक के लिए उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड समेत पूरे उत्तर भारत से भक्त मंदिर पहुंचे।


नेताओं व अधिकारियों ने भी की पूजा-अर्चना की उत्तर प्रदेश के राज्यमंत्री नरेंद्र कश्यप, भाजपा के महानगर अध्यक्ष व विधायक संजीव शर्मा, पूर्व राज्यसभा सदस्य डॉक्टर अनिल अग्रवालए पूर्व सांसद रमेश चंद तोमर, पूर्व विधायक सुरेंद्र कुमार मुन्नी, कांग्रेस नेता सुशांत गोयल, जिलाधिकारी दीपक मीणा, पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा, नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक, एडीएम गंभीर सिंह समेत भाजपा, कांग्रेस, सपा, बसपा, लोकदल समेत सभी दलों के नेताओं उद्यमियों व व्यापारियों ने भी भगवान दूधेश्वर की पूजा-अर्चना की व श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज का आशीर्वाद लिया।
प्रातःकाल 3ण्30 बजे से 4.30 तक भगवान का भव्य श्रृंगार व आरती हुई। आरती महाराजश्री ने की व धूप आरती महंत गिरिशानंद गिरि महाराज ने की। प्रथम भोग प्रसाद के रूप में 108 प्रकार के व्यंजन भगवान दूधेश्वर को अर्पित किये गए। महाराज श्री ने सांय को भी भगवान दूधेश्वर की आरती की व महंत गिरिशानंद गिरि महाराज ने धूप आरती की। श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज के पावन सानिध्य व अध्यक्षता में भगवान दूधेश्वर के जलाभिषेक के साथ रूद्राभिषेक व अष्ट प्रहर पूजन श्री दूधेश्वर वेद विद्यालय के आचार्यों एवं विद्यार्थियों ने कराया। मंगलवार की रात्रि 9 बजे से रात्रि 12 बजे तक शिव बारात निाकली गई। उसके बाद भगवान शिव व मां पार्वती का विवाह हुआ। बुधवार को प्रातः 9 बजे महाराजश्री के पावन सानिध्य में धर्म ध्वजा की हुई व सांय 5 बजे कलश स्थापना की गई।

24 घंटे प्रसाद वितरित किया गया:-
मंदिर में पूजा.अर्चना के लिए आए सभी भक्तों के लिए प्रसाद की व्यवस्था भी की गई। धर्मार्थ सेवा समिति ने सभी भक्तों के लिए सामक के चावलों की खीरए कुटटू व सिंगाडे के आटे की पकौडी के व्यवस्था की। साहिबाबाद सब्जी मंडी के फल विक्रताओं, शहर के व्यापारियों व उद्यमियों ने फल के प्रसाद में सहयोग दिया।


महाराजश्री ने सभी का आभार जताया:-
पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा ने मंदिर में रात्रि 10 बजंे आकर पूजा-अर्चना की व श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज का आशीर्वाद लिया। पूजा-अर्चना के बाद पुलिस आयुक्त भक्तों की सेवा में लग गए। उन्होंने 12 घंटा से अधिक समय तक भक्तों की सेवा कर भक्तों को भगवान के दर्शन कराए, जिसके लिए सभी ने उनकी सराहना की। जिलाधिकारी दीपक मीणा ने पत्नी व बच्चे समेत मंदिर में पूजा-अर्चना की व महाराजश्री का आशीर्वाद लिया। व्यवस्थाओं का जायजा लिया। साथ ही मंदिर में महाशिवरात्रि महोत्सव के ऐतिहासिक रूप से सफल होने के लिए भगवान दूधेश्वर का धन्यवाद किया। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने पूजा-अर्चना के बाद अपनी टीम के साथ व्यवस्था बनाने में सहयोग किया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सीएमओ व सीएमएस डॉक्टरों व अपनी टीम के साथ भक्तों की सेवा करते रहे। जलकल विभाग, प्रकाश विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी पूर्ण सहयोग दिया। मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष धर्मपाल गर्ग अस्वस्थ होने के बाद भी मंदिर पहुंचे और सभी व्यवस्थाओंपर नजर रखी।

श्रंृगार सेवा समिति के अध्यक्ष विजय मित्तल व उनकी टीम ने प्रातः व सांय भगवान का भव्य श्रृंगार किया। रमेश मंगल ने माइक की व्यवस्था संभालकर कुशल संचालन किया। मंदिर के कार्यालय प्रबंधक शंकर झा, अमित शर्मा, प्रबंधक योगेंद्र शर्मा, सभी भंडारी, कोठरी, अजय चोपड़ा समेत सभी स्वंयसेवक भी व्यवस्था में लगे रहे। सिविल डिफेंस की टीम ने चीफ वार्डन ललित जायसवाल के निर्देशन में सहयोग दिया। मुस्लिम समाज का भी सराहनीय सहयोग रहा और उन्होंने तीन दिन तक अपनी दुकानें बंद रखी। सभी शहरवाािसयों ने भी सहयोग दिया और महाराजश्री ने सभी का आभार जताया और भगवान दूधेश्वर से सभी के जीवन में सुख.शांति व समृद्धि बनाए रखने की प्रार्थना की।
अनेक शुभ संयोग में मना महाशिवरात्रि का पर्व
श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व पर इस बार कई संयोग बने। इनमें बुधादित्य योग तो 60 वर्ष बाद बना। यह योग तब बनता है जब सूर्य और बुध एक ही राशि में स्थित होते हैं। साथ ही इस बार श्रवण और धनिष्ठा नक्षत्र का संयोग परिघ योग व शिव योग भी रहा। महाराजश्री ने बताया कि ऐसे शुभ योग में भगवान शिव व भगवान दूधेश्वर की पूजा-अर्चना करना बहुत शुभ रहता है।
भक्तों में युवाओं की संख्या अधिक रही:-
श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि इस बार महाशिवरात्रि पर्व पर भक्तों का जो सैलाब उमडा, उसमें युवाओं की संख्या अधिक रही। यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व योगी आदित्य नाथ का असर है। वे सदैव धर्म के रास्ते पर चलते हैं। जैसा राजा होता है, वैसे ही प्रजा भी बन जाती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व योगी आदित्य नाथ से प्रेरणा लेकर जनता भी धर्म के रास्ते पर चल रही है। प्रयागराज महाकुंभ इसका उदाहरण है। महाकुंभ में 65 करोड से अधिक लोगों ने संगम में डुबकी लगाई। प्रयागराज महाकुंभ ने इतिहास तो रचा ही साथ ही पूरे विश्व में भारत व सनातन धर्म का परचम भी फहरा दिया।



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