Back to all Post

श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने राजस्थान की धर्म जागरण चेतना यात्रा के चौथे दिन अनेक मंदिरों में देव दर्शन व पूजन किया

महाराजश्री ने भक्तों को नशे से दूर रहने, सदैव धर्म के मार्ग पर चलने तथा गौ सेवा व राष्ट्र सेवा के लिए तत्पर रहने का संकल्प दिलाया
राजस्थानः
राजस्थान की सात दिवसीय धर्म जागरण चेतना यात्रा व देव दर्शन यात्रा के चौथे दिन सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर महादेव मंदिर गाजियाबाद के पीठाधीश्वरए श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता व दिल्ली संत महामंडल के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने विभिन्न मंदिरों में जाकर देव दर्शन व पूजन किया। तिलवाडा में प्राचीन गोगा मंदिर में पूजा-अर्चना की। कटारी गांव में छेल सिंह के गृह प्रवेश समारोह में महाराजश्री शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने भक्तों से मुलाकात कर उन्हें आशीर्वाद प्रदान किया। नशा विराम एक प्रयास के अभियान के तहत विभिन्न गांवों में जाकर लोगों को नशे से दूर रहने व सदैव धर्म के मार्ग पर चलने, राष्ट्र सेवा व गो सेवा के लिए सदैव तैयार रहने का संकल्प दिलाया।

महाराजश्री ने तेलवाडा, बालोतरा, रमणिया, गोल, भगवा, सेला, सायला आदि स्थानों पर जाकर मंदिरों में देव दर्शन किया व सभी के सुख-शांति की कामना से हवन किया। श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने प्रवचन के दौरान भक्तों से कहा कि हमें मानव जीवन मिला है तो इसकी सार्थकता तभी है, जब हम अवगुणों से दूर रहते हुए भगवान की भक्ति करें। सदैव धर्म के मार्ग पर चलते हुए दीन-दुखियों की मदद करें। हमारे शास्त्रों में भी कहा गया है कि नर सेवा ही नारायण सेवा है। हम सच्चे मन से जरूरतमंदों की मदद करेंगे तो हमारे जीवन में कभी भी किसी चीज की कमी नहीं रहेगी और हमें नारायण की भी प्राप्ति होगी। नशा एक ऐसी बुराई है, जो हमारा ही नहीं हमारे परिवार व समाज तक का पतन कर देती है। अतः हमें जीवन में किसी भी तरह का नशा नहीं करना चाहिए और समाज सेवा, गौ ेसवा व राष्ट्र सेवा करते हुए अपने जीवन को धन्य बनाना चाहिए।

Add Your Comment