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श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज तमिलनाडु की 4 दिन की धर्म व देव दर्शन यात्रा के लिए मदुराई पहुंचे

मदुराई एयरपोर्ट पर भक्तों ने महाराजश्री का जोरदार स्वागत अभिनंदन किया
मदुराईः
सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर महादेव मंदिर गाजियाबाद के पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता व दिल्ली संत महामंडल के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज बुधवार को तमिलनाुड की चार दिवसीय धर्म यात्रा व देश दर्शन यात्रा पर मदुराई पहुंचे तो उनका जोरदार स्वागत किया गया। महाराजश्री के स्वागत अभिनंदन के लिए बडी संख्या में भक्त पहुंचे और उनका एयरपोर्ट पर फूल माला पहनाकर, पुष्प गुच्छ भेंटकर स्वागत अभिनंदन किया। श्री मदुराई राजस्थानी सेवा समाज ट्रस्ट के अध्यक्ष मोहनलाल चौधरी, उपाध्यक्ष हुकुम सिंह दहिया व जामत राज सुंदेशा, महामंत्री पुनभाराम प्रजापत, सचिव रमेश कुमार रावल व मादाराम चौधरी, कोषाध्यक्ष बाबूलाल कुमावत, श्री मदुराई राजस्थानी सेवा समाज सभा के अध्यक्ष जुहार सिंह चौहान, उपाध्यक्ष तेजारात सुथार, जीणाराम प्रजापत, महासचिव छैल सिंह दहिया, सह सचिव ओमप्रकाश चौधरी, अमराराम देवासी, कोषाध्यक्ष गुमानाराम चौधरी, सह कोषाध्यक्ष वगतावर सिंह देवडा, हंजाराम माली, प्रचार मंत्री रमेश कुमार घांची, बाबू सिंह परिहार, पूर्वअध्यक्ष गोविंद राम रावल, धन सिंह दहिया, गोक सिंह परमार, गंगा सिंह सिंघल, नवरत्न सोनी आदि ने उनका स्वागत किया। तमिलनाडु की यात्रा के दौरान महाराजश्री रामेश्वरम धाम के अलावा धनुषकोटि, राम मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। साथ ही मदुराई में मीनाक्षी देवी मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे और मुदराई में श्री अम्बे माताजी के नवर्निमित मंदिर में 29 मई से 31 मई तक होने वाले प्राण प्रतिष्इा महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगे।

ऑपरेशन सिंदूर के सफल होने पर:-

महाराजश्री चार धामों में शामिल रामेश्वरम धाम में ऑपरेशन सिंदूर के सफल होने पर पूजा-अर्चना करेंगे और भगवान राम व भगवान शिव से देश की सुरक्षा के लिए सदैव अपनी कृपा बनाए रखने की प्रार्थना करेंगे। महाराजश्री यात्रा के दौरान अनेक धार्मिक कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे। मदुराई के श्री अम्बे माताजी मंदिर में श्री मदुराई राजस्थानी सेवा समाज ट्रस्ट द्वारा आयोजित प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में वे मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि मदुराई का एतिहासिक मीनाक्षी मंदिर 2500 साल से भी ज्यादा पुराना है।

ऐतिहासिक मीनाक्षी मंदिर:-

इस मंदिर का गर्भगृह 3500 वर्ष पुराना है। इसकी बाहरी दीवारें और बाहर का मंदिर परिसर 1500.2000 वर्षों से भी ज्यादा पुराने हैं। इस भव्य मंदिर का निर्माण 45 एकड़ भूमि में हुआ है। मीनाक्षी देवी मंदिर देवी पार्वती के साथ शिव भी यहां विराजमान हैं। इस मंदिर में 12 भव्य गोपुरम है, जिन पर सुंदर नक्काशी की गई है। मंदिर में 8 खम्भे बनाए गए हैंए जिन पर माता लक्ष्मी की आठ मूर्तियां स्थापित की गई हैं। इन खम्भों पर भगवान शिव की पौराणिक कहानियां लिखी गई हैं। इसी मंदिर में भगवान गणेश की एक मूर्ति भी हैं, जिस पर पत्थर से महीन नक्काशी की गई है। मंदिर की मान्यता बहुत अधिक है और यहां पूजा-अर्चना करने वालों की सभी मनोकामना पूर्ण होती हैं।’

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1 Comment

  • Purshottam Lal Gour
    May 29, 2025

    Om namo narayan

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