महाराजश्री गीता कालोनी के श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में चल रहे हनुमंत यज्ञ में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए
नई दिल्लीः
गीता कालोनी स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में स्वामी सर्वानंद गिरि महाराज के शुभ संकल्प से अखंड श्री रामचरितमानस पाठ ने 21 वें वर्ष में प्रवेश कर लिया है। इस उपलक्ष्य में मंदिर में 18 जून से हनुमंत यज्ञ का आयोजन हो रहा है, जो 5 जुलाई तक चलेगा। यज्ञ में बुधवार को मुख्य अतिथि के रूप में सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर महादेव मंदिर गाजियाबाद के पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता व दिल्ली संत महामंडल के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज शामिल हुए। दिल्ली संत महामंडल की पूर्व अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी विद्यागिरि महाराज के सानिध्य में हो रहे हनुंत यज्ञ में बडी संख्या में संत व भक्त भाग ले रहे हैं। मुख्य अतिथि श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि भगवान राम तो हम सबके रोम-रोम में व ब्रहमांड के कण-कण में बसे हैं।





अखंड श्री रामचरितमानस पाठ भगवान राम की लीलाओं की ऐसी गाथा है, जिसकी महिमा का बखान कर पाना किसी के भी लिए भी संभव नहीं है। अखंड श्री रामचरित मानस महाग्रंथ तो जीवन का ऐसा सार है, जिसे अपने आचरण में उतारने वाला भव सागर से पार हो जाता है। महाराजश्री ने कहा कि भगवान राम के अनन्य भक्त हनुमंत जी का यज्ञ करने व उसमें आहुति देने से सभी कष्ट दूर होते हैं। अखंड श्री रामचरितमानस पाठ के संकल्पित यजमानों के सहयोग से श्री स्वामी सर्वानंद गिरि संस्कृत विद्यालय में 21 जून से 27 जून तक महामंडलेश्वर स्वामी कमलेश गिरि की श्रीमदभागवत कथा भी हुई।

बुधवार को दिल्ली संत महामंडल के संगठन मंत्री व जूना अखाडे के सचिव श्रीमहंत कंचन गिरि महाराज व दिल्ली संत महामंडल के कोषाध्यक्ष महंत धीरेंद्र पुरी महाराज ने कहा कि अखंड श्री रामचरित मानस महाग्रंथ अनादि काल से पूरे विश्व को जीने की कला सिखाता आ रहा है और सिखाता रहेगा। शिव परिवार यजमान कैलाश पाठक, श्यामवती पाठक, योगेश गुप्ता आदि भी मौजूद रहे।