आज रविवार को हवन के बाद निकलेगी पंखा शोभा-यात्रा , गौशाला मार्ग सिद्धपीठ श्री दूधेश्वरनाथ मठ मंदिर में चार दिवसीय होली महोत्सव
चार दिवसीय होली महोत्सव:-
सिद्धपीठ श्री दूधेश्वरनाथ मठ मंदिर में चार दिवसीय होली महोत्सव रविवार से शुरू हो गया। मंदिर में आज हवन हुआ, जिसके बाद पंखा शोभा-यात्रा निकाली जाएगी। रविवार को मंदिर में भगवान दूधेश्वर की आरती की गई, उसके बाद होलिका दहन किया गया। होलिका दहन रात्रि 8.00 पर किया गया। इस मौके पर मंदिर के श्रीमहंत नारायण गिरि ने सभी को होली की शुभकामनाएं दीं।
श्रीमहंत जी:-
श्रीमहंत जी ने कहा कि होली का पवित्र त्योहार हमें जहां एक ओर अच्छाई व सच्चाई के मार्ग पर चलने का संदेश देता है, वहीं यह आपसी एकता व भाईचारे को भी मजबूत करता है। होली पर्व मनाने की सार्थकता तभी है, जब हम अपनी सभी बुराइयों का दहन कर दें और बैर भाव को भुलाकर सभी को अपना मानें।
इस दौरान महाशिवरात्रि पर भगवान दूधेश्वर को चढ़ाए गए बेल पत्र, बेल फल को सुखाकर होलिका में जलाया गया और उसकी विभूति को प्रसाद के रूप में बांटा गया। मंदिर समिति के अध्यक्ष धर्मपाल गर्ग ने बताया कि मंदिर में सुबह 9 बजे से 12 बजे तक हवन होगा, जिसके पश्चात पंखा शोभा-यात्रा निकलेगी। शोभायात्रा शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए वापस मंदिर पर ही समाप्त होगी। शोभायात्रा में नागा साधु शस्त्रों के साथ शामिल होंगे। दो रथों में पंखे भी होंगे, जिनमें एक पंखा अग्रसेन बाजार स्थित हनुमान मंदिर व दूसरा दूधेश्वर मंदिर में अर्पित किया जाएगा। 30 मार्च को विशाल भंडारे का आयोजन होगा, जिसमें विभिन्न शहरों के संतों के अलावा बड़ी संख्या श्रद्धालु भी प्रसाद ग्रहण करेंगे। महोत्सव की समाप्ति 31 मार्च को कढ़ी पकौड़ी के साथ होगी।