*माता अन्नपूर्णा देवी पुनर्स्थापना यात्रा का गाजियाबाद में हुआ भव्य स्वागत*
श्री योगी आदित्यनाथ- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से:-
आज दिल्ली से बनारस जा रही माता अन्नपूर्णा देवी पुनर्स्थापना उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी की पूर्ण प्रयास से 15 नवंबर को विश्वनाथ मंदिर काशी में ईशान कोण में मां अन्नपूर्णा की मूर्ति स्थापित होगी योगी जी द्वारा 107 वर्षों के बाद ऋषि रूप महात्मा रूप में हमारे लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से यह मूर्ति हमें प्राप्त हुई है.
साधु समाज-भारतवासी:-
भारत के समस्त साधु समाज समस्त भगत समाज समस्त भारतवासी बहुत ही खुश है बहुत आनंदित है और हर्ष का विषय है कि 107 वर्ष के बाद हमारे बीच में मां अन्नपूर्णा वापस लौटी है .
मोदी जी का प्रयास:
मोदी जी 2 वर्षों से प्रत्येक घर में फ्री में मुफ्त में अन दान कर रहे है उनका प्रयास था कि प्रत्येक घर में मां अन्नपूर्णा पहुंच जावे उसके बाद हम जो है माता जी को लाएंगे और अन्नपूर्णा को वापस उसी मंदिर में स्थापित करेंगे जहां से 107 साल पहले चोरी हुई थी आज प्रधानमंत्री मोदी जी निरन्तर प्रयास से मूर्ति आज गाजियाबाद पहुंची.
आज विभिन्न स्थानों पर स्वागत किया गया:-
जिसका आज विभिन्न स्थानों पर स्वागत किया किया माता अन्नपूर्णा की दुर्लभ मूर्ति के लोगों ने दर्शन किया। गाजियाबाद में यात्रा की अगुवाई कर रहे विधायक एवं प्रदेश मंत्री सुरेश राणा उत्तर प्रदेश सरकार ने किया। माता अन्नपूर्णा के रथ यात्रा का स्वागत मोहन नगर दैवी मंदिर में भव्य स्वागत हुआ।जोकि यह कनाडा की रैजिना यूनिवर्सिटी में माता अन्नपूर्णा की दुर्लभ मूर्ति वर्षों से विराजमान है।
केन्द्र कि मोदी सरकार के काफी प्रयास के बाद सपना साकार हुआ और कनाड़ा से माता अन्नपूर्णा की दुर्लभ मूर्ति को भारत लाया गया । माता की मूर्ति कहाँ स्थापित होगी ? भारत के पतित पावन बनारस में माता की मूर्ति की पुर्नस्थापना उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे जो आज बुधवार को सुबह रथायात्रा गाजियाबाद पहुंची। जिसमें भाजपा महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा एवं अन्नपूर्णा यात्रा का भव्य स्वागत समारोह किया जिसमें गाजियाबाद के सांसद एवं केन्द्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह जी, राज्यसभा सदस्य अनिल अग्रवाल जी गाजियाबाद महापौर श्रीमती आशा शर्मा,लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर, विधान परिषद सदस्य दिनेश गोयल एवं इस यात्रा के संयोजक उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा जी एवं मंयक गोयल आदि।
मां अन्नपूर्णा यात्रा के अध्यक्ष:-
मां अन्नपूर्णा यात्रा के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि जी महाराज पीठाधीश्वर श्रीदुधेश्वरनाथ मंदिर अन्तर्राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा वाराणसी ने बताया किअन्नपूर्णा देवी हिन्दू धर्म में मान्य देवी-देवताओं में विशेष रूप से पूजनीय हैं। इन्हें माँ जगदम्बा का ही एक रूप माना गया है, जिनसे सम्पूर्ण विश्व का संचालन होता है। इन्हीं जगदम्बा के अन्नपूर्णा स्वरूप से संसार का भरण-पोषण होता है। अन्नपूर्णा का शाब्दिक अर्थ है- ‘धान्य’ (अन्न) की अधिष्ठात्री। सनातन धर्म की मान्यता है कि प्राणियों को भोजन माँ अन्नपूर्णा की कृपा से ही प्राप्त होता है।ये अन्नपूर्णा ही शाकुम्भरी देवी के नाम से विख्यात है।
माता अन्नपूर्णा की कथा:-
कलियुग में माता अन्नपूर्णा की पुरी काशी है, किंतु सम्पूर्ण जगत् उनके नियंत्रण में है। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी के अन्नपूर्णाजी के आधिपत्य में आने की कथा बडी रोचक है। भगवान शंकर जब पार्वती के संग विवाह करने के पश्चात् उनके पिता के क्षेत्र हिमालय के अन्तर्गत कैलाश पर रहने लगे, तब देवी ने अपने मायके में निवास करने के बजाय अपने पति की नगरी काशी में रहने की इच्छा व्यक्त की।
महादेव उन्हें साथ लेकर अपने सनातन गृह अविमुक्त-क्षेत्र (काशी) आ गए। काशी उस समय केवल एक महाश्मशान नगरी थी। माता पार्वती को सामान्य गृहस्थ स्त्री के समान ही अपने घर का मात्र श्मशान होना नहीं भाया। इस पर यह व्यवस्था बनी कि सत्य, त्रेता, और द्वापर, इन तीन युगों में काशी श्मशान रहे और कलियुग में यह अन्नपूर्णा की पुरी होकर बसे। इसी कारण वर्तमान समय में अन्नपूर्णा का मंदिर काशी का प्रधान देवीपीठ माना गया इस अवसर पर सैकड़ों भक्तों एवं भाजपा कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया जिसमें भारी संख्या में दर्शकों अन्नपूर्णा मां के दर्शन किए जिसमें भक्तों खुशी कि लहर यह यात्रा जनपद बुलंदशहर सिकंदराबाद, बुलंदशहर एवं खुर्जा से होकर जाएगी। जिसका विभिन्न स्थानों पर भव्य स्वागत किया जाएगा। जिले में 19 स्थानों पर भव्य स्वागत किया जाएगा।