काशी में चुनाव कराकर मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज भगवान दूधेश्वर की सेवा में उपस्थित हुए
महाराजश्री को पुनः जूना अखाडा का अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया है
होली महोत्सव का समापन रविवार को होगा, कढ़ी पकौड़ी से संतों को विदाई दी जाएगी
गाजियाबादः
सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में आयोजित चार दिवसीय होली महोत्सव के तीसरे दिन शनिवार को संत भंडारे का आयोजन हुआ जिसमें 2 हजार से अधिक संतों ने प्रसाद ग्रहण किया। सभी संतों को मंदिर के पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता व दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने दक्षिणा भेंट की। मंदिर के मीडिया प्रभारी एस आर सुथार ने बताया कि चार दिवसीय होली महोत्सव गुरूवार से शुरू हुआ। मंदिर में स्थापित 28 सिद्ध गुरू मूर्तियों की आज्ञा से विश्व शांति व सभी की खुशहाली की कामना से प्रातः हवन पूजन किया गया। रात्रि में होलिका दहन हुआ। महाशिवरात्रि पर भगवान को जो बेल पत्र, माला आदि अर्पित किए गए, उनको सुखाकर मंत्रोच्चारण के साथ होलिका में अग्नि देवता को समर्पित किया गया। शुक्रवार को मंदिर में पहले संतों ने होली खेली और उसके बाद पंखा शोभा-यात्रा निकाली गई जिसमें होलिका में बेल पत्र, मामला आदि के अर्पित करने से बनी भस्म का वितरण भक्तों के बीच प्रसाद के रूप में किया गया।

















शनिवार 15 मार्च को मंदिर में भंडारे का आयोजन हुआ। भंडारे में शामिल होने व संतों को दक्षिणा भेंट देने के लिए श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज की शुक्रवार की रात 3 बजे काशी से भगवान दूधेश्वर भगवान की सेवा में उपस्थित हुएं। काशी में हुए चुनाव में महाराजश्री को पुनः श्री पंच दशनाम जूना अखाडा का प्रवक्ता चुना गया। उनका कार्यकाल 6 वर्ष के लिए बढा दिया गया जो सभी गाजियाबाद वासियों के लिए गर्व की बात है। महाराजश्री ने प्रातः भगवान दूधेश्वर, सभी देवी-देवताओं तथा सभी गुरू मूर्तियों की पूजा-अभिषेक की। उनके मंदिर पहुंचने की जानकारी मिलते ही बडी संख्या में भक्त मंदिर पहुंचे और श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया। महाराजश्री के पावन सानिध्य में प्रातः संतों के लिए नाश्ते की व्यवस्था की गई और उसके बाद भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें 2 हजार से अधिक संतों ने भाग लिया और प्रसाद ग्रहण किया। मंदिर का खर दिवसीय होली महोत्सव जो देश भर में प्रसिद्ध है, उसका समापन रविवार को होगा। रविवार को कढ़ी पकौड़ी के साथ संतों को विदाई दी जाएगी। मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने होली महोत्सव में सहयोग देने व उसे सफल बनाने के लिए सभी दूधेश्वर भक्तों व श्री वेद वि़द्या पीठ के आचार्यो व विद्यार्थियों को आशीर्वाद दिया और भगवान दूधेश्वर से उन पर सदैव अपनी कृपा बनाए रखने की प्रार्थना की।