महाराजश्री ने कहा, राजस्थान राजपूत परिषद दिल्ली एनसीआर का जीवन धर्म, समाज व देश के लिए समर्पित रहा
दिल्लीः
राजस्थान राजपूत परिषद दिल्ली एनसीआर द्वारा श्री श्री 1008 श्री पीर शांतिनाथ महाराज बावजी देव स्थान सिरे मंदिर की 13वीं पुण्यतिथि मनाई गई, जिसमें संस्था के संरक्षक, श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, दिल्ली संत महामंडल के अध्यक्ष एवं जूना अखाड़ा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। श्री श्री 1008 श्री पीर शांतिनाथ महाराज की स्मृति में दिल्ली प्रशासनिक फ्लैट्स के न्यू कम्युनिटी सेंटर में भजन संध्या का आयोजन भी किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में संतों व भक्तों ने भाग लिया।







भारतीय संस्कृति, परंपरा व विरासत का प्रचार-प्रसार किया:-
श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि श्री श्री 1008 श्री पीर शांतिनाथ महाराज बहुत ही सरल व सिद्ध-तपस्वी संत थे। उनका पूरा जीवन धर्म, समाज व देश के लिए समर्पित रहा। जहां एक ओर उन्होंने सनातन धर्म को मजबूत करने का कार्य किया, वहीं भारतीय संस्कृति, परंपरा व विरासत का प्रचार-प्रसार किया। उन्होंने लोगों को शिक्षा के प्रति प्रेरित किया और शिक्षा की ज्योति भी जलाई। आज समाज व देश को श्री श्री 1008 श्री पीर शांतिनाथ महाराज जैसे संतों की ही जरूरत है, जो अधर्म व अज्ञानता का अंधकार दूर कर धर्म व ज्ञान का प्रकाश फैला सकें।

श्रद्धांजलि अर्पित :-
देश भर से आए संतों व भक्तों ने श्री श्री 1008 श्री पीर शांतिनाथ महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित की। दलपतजी चौहान व उनकी पार्टी ने भजन संध्या में अपने भजनों से भक्ति की ऐसी गंगा बहाई कि हर कोई भाव-विभोर हो गया। संस्था के अध्यक्ष गंगा सिंह राठौड़ ने महाराजश्री व अन्य संतों का स्वागत-अभिनंदन किया।
कोतवाल मंगलदास, संस्था के उपाध्यक्ष रतन सिंह, कालू सिंह, राम सिंह, वाग सिंह, महासचिव उत्तम सिंह चौहान, सचिव ईश्वर सिंह, जयतमाल सिंह, अरविंद सिंह, तेज सिंह, जालम सिंह, चंदन सिंह, प्रवक्ता शंकर सिंह, रतन सिंह, शैतान सिंह, कोषाध्यक्ष छैल सिंह, सह-कोषाध्यक्ष हरि सिंह, लेखा-निरीक्षक गणपत सिंह कार्यक्रम में उपस्थित रहे।कार्यक्रम का मंच संचालन नवरत्न सोनी ने किया। कार्यक्रम में हजारों भक्त मौजूद रहे।