जय दूधेश्वर महादेव
||फाल्गुन श्री दूधेश्वर महाशिवरात्रि मेला 2021||
सायंकाल 5:30 बजे:-
सायंकाल 5:30 बजे भगवान दूधेश्वर का पंचोपचार राजोपचार षोडशोपचार पंचामृत से अभिषेक पूजन महाराज श्री एवं धर्मापाल गर्ग जी ,विजय मित्तल जी ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अभिषेक पूजन हुआ एवं जलहरी अभिषेक पात्र पूजन करके स्थापित किया गया
जलहरी रखने का महत्व:-
जलहरी रखने का महत्व -समुद्र मंथन के समय जब विष निकाला था उसको भगवान भोले नाथ ने अपने गले मे धारण करके नीलकंठ कहलाये ,तो विष की गरमी को शांति रखने के लिये फाल्गुन महाशिवरात्रि को स्थापित किया जाता है तकि निरंतर जलाभिषेक होता रहे है और श्रावण शिवरात्रि को पुनः हटाया जाता है
भगवान दूधेश्वर का भव्य श्रृंगार:-
तदोपरान्त श्री दूधेश्वर श्रृंगार सेवा समिति के अध्यक्ष विजय मित्तल जी ने अपने समस्त समिति के साथ भगवान दूधेश्वर का भव्य श्रृंगार किया एवं प्रथम प्रसाद 108 प्रकार के व्यंजनों का धर्मपाल गर्ग जी द्वारा लगाया गया धूप आरती दीप आरती हुई ,आरती के पश्चात पुनः भक्तो का जलाभिषेक प्रारम्भ हुआ भक्त जलाभिषेक करने के लिये 10 मार्च की रात्री से लाईन मे खडे होकर ऊं नम शिवाय ,बल बोल का जाप करते हुये भगवान दूधेश्वर का जलाभिषेक करके रहे थे कल रात्री से आज रात्री तक लाखो भक्तो ने जलाभिषेक किया ,महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर धर्मपाल गर्ग जी के पूर्ण सहयोग से मन्दिर परिसर को पुष्पो से बहुत दिव्य भव्य स्वारूप दिया ,एवं आने वाले भक्तो की व्यवस्था के लिये मन्दिर व्यवस्था के लिये पुलिस प्रसासन जिला प्रसासन नगर निगम ,सिविल डिफेंस के कार्यकर्ता विशेष रूप से दूधेश्वर श्रृंगार सेवा समिति के कार्यर्ताओं ने विजय मित्तल जी के नेतृत्व श्रृंगार सेवा समिति ,श्रीमहन्त गौरी गिरि दूधेश्वर नाथ मठ मन्दिर समिति के कार्यकर्ताओ ने व्यवस्था बनाने मे अपना पूर्ण सहयोग दिया पूज्य गुरुदेव महाराज श्री के अध्यक्षता व नेतृत्व मे महाशिवरात्रि मेला धूम धाम से सम्पन्न हुआ
हर हर महादेव
विश्व संवाद सम्पर्क सचिव
अमित कुमार शर्मा
श्री दूधेश्वर नाथ मन्दिर गाजियाबाद उत्तर प्रदेश