गाजियाबादः
सिद्धेश्वर महादेव मंदिर कुटी पाइप लाइन रोड मकरेडा मुरादनगर में शतचंडी पाठ व यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्रीपंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज के सानिध्य में होने वाले शतचंडी पाठ व यज्ञ एक वर्ष तक लगातार चलेगा। श्रीमहंत नारायण गिरि ने बताया कि शतचंडी यज्ञ को बहुत ही प्रभावशाली और शक्तिशाली यज्ञ माना जाता है।
शतचंडी पाठ क्या है:-
इस यज्ञ के आयोजन से व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है। कुंडली में मौजूद बुरे ग्रहों का प्रभाव कम होता है। सौभाग्य में वृद्धि होती है। शत चंडी यज्ञ के आयोजन से शत्रुओं का नाश होता है और कार्यक्षेत्र में आने वाली बाधाएं खत्म हो जाती हैं। मां दुर्गा को शक्ति की देवी कहा जाता है। दुर्गा जी को प्रसन्न करने के लिए जिस यज्ञ विधि को पूर्ण किया जाता है। उसे शतचंडी यज्ञ बोला जाता है। नवचंडी यज्ञ को सनातन धर्म में बेहद शक्तिशाली वर्णित किया गया है।
इस यज्ञ को गणेशजी, भगवान शिव,नवग्रह और नव दुर्गा (देवी) को समर्पित करने से मनुष्य जीवन धन्य होता है। यज्ञ विद्वान ब्राह्मण द्वारा किया जाता है, क्योंकि इसमें 700 श्लोकों का पाठ किया जाता है, जो एक निपुण ब्राह्मण ही कर सकता है। नव चंडी यज्ञ एक असाधारण,बेहद शक्तिशाली और बड़ा यज्ञ है, जिससे देवी मां की अपार कृपा होती है। सनातन इतिहास में कई जगह ऐसा आता है कि पुराने समय में देवता और राक्षस लोग इस यज्ञ का प्रयोग ताकत और ऊर्जावान होने के लिए निरंतर प्रयोग करते थे। शतचंडी पाठ महायज्ञ को करने वाला ब्राह्मण विद्वान होना चाहिए, जो पाठ का शुद्ध उच्चारण कर सके, जिससे लाभ की प्राप्ति हो। अगर पाठ का अशुद्ध उच्चारण हुआ, तो तत्काल हानि की प्राप्ति होती है।
इस यज्ञ से बिगड़े हुए ग्रहों की स्थिति को सही किया जा सकता है और सौभाग्य इस विधि के बाद साथ देने लगता है। लोगों के जीवन में आने वाले सभी कष्ट दूर हों और समाज व देश में शांति, आपसी एकता व सौहार्द बढे और सकारात्मक वातावरण बनें, इसी उददेश्य से शतचंडी पाठ व यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। आयोजक स्वामी वैध मुकेशानंद गिरि ने बताया कि शतचंडी पाठ व यज्ञ का शुभारंभ 9 अप्रैल को होगा और यह 8 अप्रैल 2025 तक चलेगा। पाठ व यज्ञ करने के लिए बाहर से विद्धान आएंगे।
मीडिया प्रभारी एस आर सुथार ने बताया कि शतचंडी पाठ व यज्ञ में देश भर से संत भाग लेंगे। पाठ व यज्ञ को लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही है