राजस्थान की पांच दिन की धर्म चेतना यात्रा के दौरान पहले दिन सैकडों लोगों ने महाराजश्री की प्रेरणा से नशा मुक्ति का संकल्प लिया
राजस्थानः
सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर के पीठाधीश्वर, श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता व दिल्ली संत महामंडल के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज की राजस्थान की पांच दिवसीय धर्म चेतना यात्रा गुरूवार से शुरू हो गई। यात्रा के पहले दिन महाराजश्री का अनेक स्थानों पर स्वागत-अभिनंदन किया गया। हर स्थान पर बडी संख्या में मौजूद भक्तों ने उनसे आशीर्वाद लिया। श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने गुरूवार को दौसा में श्री कृष्ण हॉस्पिटल में फिजियोथरेपी यूनिट का उद्घाटन किया। श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि आज की भागदौड़ वाली जिदंगी में फिजियोथरेपी का बहुत अधिक महत्व है। कमर, गर्दन आदि दर्द, जोडों के दर्द आदि से छुटकारा दिलाने के अलावा ऑपरेशन के बाद भी फिजियोथरेपी का रोल अहम् हो जाता है। फिजियोथरेपी से मांसपेसियां भी मजबूत होती हैं। कई अन्य प्रकार की शारीरिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है और भविष्य की परेशानियां भी दूर होती हैं। अस्पताल के डायरेक्टर व अध्यक्ष डॉ उमेश दत्त, फिजियोथरेपी की संचालिका रितिका जैन, पूर्व विधायक अमृता मेघवाल आदि भी मौजूद रहे।










व्यसन विराम एक प्रयास अभियान:-








महाराजश्री के व्यसन विराम एक प्रयास अभियान का पहला पड़ाव दौसा में हुआ। दौसा में महावीर उपाध्याय के आवास उन्होंने युवाओं से मुलाकात की। इस अवसर पर मौजूद लोगों ने शॉल ओढ़ाकर एवं माला पहनाकर उनका स्वागत किया और अभियान में पूर्ण सहयोग देने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में जालोर से पूर्व विधायक अमृता मेघवाल, महावीर उपाध्याय, गब्बू सरपंच रमेडा, भीम सिंह घूमना, योगेश तिवारी, सुभाष शर्मा, अजय मीणा, आशीष मीणा, रतिराम मीणा, मनोज मीणा, गिरिराज शर्मा, राज उपाध्याय, मुकेश शर्मा, किरोड़ी सैनी आदि भी मौजूद रहे। महाराजश्री ने दौसा में अनेक स्थानों पर व्यसन विराम एक प्रयास अभियान चलाया और लोगों को नशे के प्रति जागरूक किया। उन्होंने कहा कि नशा ऐसी खतरनाक बीमारी है, जो नशा करने वाले का ही नहीं अपितु उसके परिजनों का भी जीवन बर्बाद कर देती है। नशा मनुष्य का पतन कर उसे गलत मार्ग पर चलने के लिए मजबूर कर देता है। अतः खुद तो नशे से दूर रहना चाहिए, साथ ही अन्य लोगों को भी नशे के प्रति जागरूक करना चाहिए। महाराजश्री की प्रेरणा से सैकडों लोगों ने नशे से मुक्ति का संकल्प लिया। श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने जयपुर में भी व्यसन विराम एक प्रयास अभियान चलाकर सैकडों लोगों को नशा ना करने का संकल्प दिलाया। जयपुर में अनेक दलों के नेता भी उनसे मिले और उनका आशीर्वाद लिया। महाराजश्री ने अनेक संतों के साथ भेंटकर धर्म चर्चा भी की और रात्रि विश्राम जयपुर में ही किया।