श्रीमहंत नारायण गिरि जी महाराज के पावन सानिध्य में नवीन विद्यार्थियों को गायत्री मंत्र की दीक्षा दी जाएगी।
महाराजश्री के आशीर्वाद, प्रेरणा, पावन सानिध्य व मार्गदर्शन में दूधेश्वर वेद विद्यालय संस्थान ने विश्व भर में वैदिक संस्कृति व सनातन धर्म की ध्वजा फहराई हैं।
गाजियाबाद
दूधेश्वर वेद विद्यालय संस्थान में दो दिवसीय श्रावणी उपाकर्म सामूहिक यज्ञोपवीत समारोह में विद्यालय के अध्यक्ष व श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर श्री महन्त नारायण गिरि महाराज के पावन सानिध्य में 8 व 9 अगस्त को पूर्णिमा के दिन धूमधाम से मनाया जाएगा। समारोह में विद्यालय में पढ़ने आए नवीन विद्यार्थियों का यज्ञोपवीत संस्कार होगा। विश्व संवाद सम्पर्क सचिव व श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर के प्रबंधक अमित गोस्वामी ने बताया कि महाराजश्री के निर्देशानुसार प्रथम दिवस बच्चों का मुंडन संस्कार एवं कर्ण छेदन संस्कार होगा। वहीं द्वितीय दिवस गणेश गौरी, षोडश माता, नवग्रह आदि के पूजन के साथ बच्चों का वेदारंभ संस्कार प्रारंभ किया जाएगा। उपाकर्म संस्कार में बच्चों को गायत्री मंत्र की दीक्षा दी जाएगी।



दूधेश्वर वेद विद्यालय संस्थान की स्थापना 25 वर्ष पूर्व:-
अमित गोस्वामी ने बताया कि दूधेश्वर वेद विद्यालय संस्थान की स्थापना 25 वर्ष पूर्व श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने भारतीय संस्कृति, परम्परा व धरोहर के संरक्षण व वैदिक संस्कृति की ध्वजा पूरे विश्व में फहराने के लिए की थी। वे विद्यालय के संस्थापक व अध्यक्ष हैं। उनके पावन सानिध्य में यह संस्थान 25 वर्ष में देश ही नहीं पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान बना चुका हैं। यहां से शिक्षा प्राप्त विद्यार्थी देश ही नहीं विदेश में भी भारत का गौरव बढा रहे हैं। यहां के शिक्षा प्राप्त विद्यार्थी आज देश-विदेश के नामी कॉलेजों व यूनिवर्सिटीज, केंद्रीय विद्यालयों व भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय में प्रोफेसर व अन्य पदों पर कार्यरत हैं। अमेरिका, इंग्लैंड, थाइलैंड, इंडोनिशया, मॉरीशस, हालैंड, इटली, जर्मनी जैसे देशों के प्रमुख मंदिरों के मुख्य पुजारी के रूप में यहां के विद्यार्थी भारत की गौरवमयी संस्कृति, विरासत, धरोहर व सनातन धर्म की पताका को लहरा रहे हैं। उनसे प्रेरणा लेकर हजारों विदेशी सनातन धर्म को अपना रहे हैं।
दूधेश्वर वेद विद्यालय संस्थान अधिक जानकारी और सेवा हेतु
भारत के गौरव अयोध्या के श्री राम जन्म भूमि मंदिर में भी यहां के विद्यार्थी पुजारी हैं। वहीं कारसेवक पुरम के विद्यालय में भी यहां के विद्यार्थी शिक्षक बनकर भारतीय संस्कृति का प्रकाश चारों तरफ फैला रहे हैं। श्री महंत नारायण गिरि महाराज के आशीर्वाद, प्रेरणा, मार्गदर्शन व पावन सानिध्य में ही दूधेश्वर वेद विद्यालय संस्थान आज विश्वभर में भारतीय वैदिक संस्कृति, परम्परा, विरासत व सनातन धर्म की पहचान बन चुका है। दूधेश्वर वेद विद्यालय महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान उज्जैन शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा अनुदान प्राप्त है।संस्थान में वर्तमान में 65 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।
विद्यालय के आचार्य:-
- विद्यालय के सचिव लक्ष्मीकांत पाढी,
- प्रधानाचार्य तोयराज उपाध्याय,
- कोषाध्यक्ष विवेक मित्तल
- तथा विद्यालय के आचार्यों नित्यानंद आचार्य,
- रोहित त्रिपाठी,
- किशन शर्मा,
- अजय दाधीच,
- दीपक सिंह
की देखरेख में आज दूधेश्वर वेद विद्यालय संस्थान भारत की वैदिक संस्कृति व सनातन धर्म का ऐसा ध्वजवाहक बन चुका है कि जिसकी छत्रछाया में आज पूरा विश्व भारतीय संस्कृति में रंग रहा है।