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गाजियाबाद मे उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान के सहयोग से संगोष्ठी ,पर्यावरण विषयो की भारतीय भाषाओं मे सुगमता

जय दूधेश्वर महादेव 

आज गाजियाबाद मे उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान के सहयोग से संगोष्ठी ,पर्यावरण विषयो की भारतीय भाषाओं मे सुगमता ,13/14 फरवरी 2021 दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन सेन्टर फार वाटर पीस की ओर से आयोजित किया गया,

जिसमे पूज्य गुरुदेव श्रीमहन्त नारायण गिरि जी महाराज श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर अन्तर्राष्ट्रीय प्रवक्ता सचिव श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के पावन सानिध्य मे संगोष्ठी हुई ,महाराज श्री ने पर्यावरण की रक्षा सुरक्षा संरक्षण के प्रति जागरूक किया.

मुख्य अतिथि:-

अनिल शर्मा जी मंत्री वन व पर्यावरण उत्तर प्रदेश सरकार, सत्र अध्यक्ष डा राजनारायण शुक्ला जी ,अध्यक्ष उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान उत्तर भारत सरकार, मुख्य वक्ता केसर सिंह जी ,इंडिया वाटर पोर्टल हिन्दी व.भारतीय भाषा ,सत्र संचालक संजय कश्यप जी अध्यक्ष सेंटर फार.वाटर पीस ,पार्षद सुनील यादव जी ,वे जे पी के वरिष्ठ नेता विजय मोहन जी ने उपस्थिति होकर अपने वक्तव्य मे सभी को पर्यावरण से परिचित कराया एवं प्रर्यावरण की प्रति जागरूक किया ,इस अवसर पर गाजियाबाद के गणमान्य व्यक्तियो की उपस्थिति मे आज प्रथम दिवस कार्यक्रम सम्पन्न हुआ

जल शांति केंद्र:-

जल शांति केंद्र की अनौपचारिक स्थापना जल दिवस 22 मार्च 2020 को कोविड लाक डाऊन के आरम्भिक दौर मे ही हो गई थी ,जल इस सृष्टि का दिव्य अवयव है.और जीवन के लिये अति महत्वपूर्ण है ,इसके इसी महत्व को समाज व सरकार दोनो बहुत बेहतर से समझते है भारतीय संस्कृति मे वैश्विक शांति की प्रार्थना की जाती है.

जिसमे सभी के साथ जल की शांति हो इसको वहा आपः शांति के शब्द से इंगित करते है इस शांति भाव की प्रतिस्थापना का अर्ध मे जल का महत्व उसका सम्मान संवर्धन व संरक्षण निहित है इन्ही अर्थो को समझ कर पानी के सेवाकार्यो मे समाज व राज का समन्वय बनाते हुये भारत भूमि को ” शस्य श्यामलाम्”करने का लघुत्तम प्रयास का नाम सेंटर है,

केन्द्र सरकार व राज्य सरकार मुख्यमंत्री महन्त योगी आदित्यनाथ जी ने.प्रदेश मे पर्यावरण संरक्षण के लिये करोडो वृक्षारोपण किये है पुराने वृक्षो का राष्ट्रीय सम्पति घोषित किया ताकि उनका संरक्षण हो सके हम सभी को पर्यावरण के संरक्षण के लिये कार्य करना चाहिए, क्योकि पर्यावरण है तो जीवन है हम सभी के उपर पर्यावरण की छत है अगर वह हट गयी तो.सब समाप्त हो जायेगा प्राकृतिक रूप से पर्यावरण संरक्षित करना हम सभी की जिम्मेदारी है । 


     हर हर महादेव
विश्व संवाद सम्पर्क सचिव

 अमित कुमार शर्मा 

श्री दूधेश्वर नाथ.मन्दिर गाजियाबाद उत्तर प्रदेश

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