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शुभ संयोग में हो रही है हिंदू नववर्ष विक्रम संवत 2081 की शुरूआतः श्रीमहंत नारायण गिरि मां, ईष्टदेव, गुरू व माता-पिता की पूजा-अर्चना से साल का शुभारंभ करने से सभी कष्ट व संकट दूर होंगे

गाजियाबादः श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्रीपंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने सभी देशवासियों को 9 अप्रैल से शुरू हो रहे ंिहदू नववर्ष की बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि हिंदू नववर्ष विक्रम संवत 2081 के साथ ही नवरात्र का शुभारंभ भी हो रहा है। अत हिंदू नववर्ष की शुरूआत मां दुर्गा अर्थात शक्ति उपासना व अपने ईष्ट देव की आराधना से करें जिससे इस वर्ष आने वाले सभी संकटों व बाधाओं को दूर किया जा सके।

श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि हिन्दू पंचांग के हिसाब से हिन्दू नववर्ष 9 अप्रैल 2024 से शुरू हो रहा है। इस बार के वर्ष का नाम कालयुक्त संवत् है। हिंदू नववर्ष की शुरुआत सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और राजयोग में होगी। इसके अलावा साल के पहले दिन रेवती और अश्विनी नक्षत्र भी संयोग बन रहा है। इस दिन चंद्रमा गुरु की राशि मीन में होंगे। शनि देव स्वयं की राशि कुंभ में विराजमान होंगे जिससे राजयोग का भी निर्माण होगा। रेवती व अश्विनी नक्षत्र दोनों ही नक्षत्र शुभ फलदायी हैं। अतः भक्तों के लिए यह दिन अत्यंत श्रेष्ठ रहेगा।

वे इस दिन अपने कुल देवी-देवताए अपने गुरु, अपने इष्टदेव, अपने माता-पिता आदि का पूजन कर वर्ष का प्रारंभ करें। प्रात‘ सूर्य को जल अर्पित करें। गायत्री मंत्र का जाप करें और पूरे दिन केसर का तिलक लगाकर रखें। इससे वर्ष में आने वाले संकटों का नाश होगा। श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि इस बार विक्रम संवत 2081 के राजा मंगल होंगे और मंत्री शनि देव होंगे। ऐसे में पूरे साल शनि और मंगल का प्रभाव रहेगा। पंचांग में 12 महीने होते हैं और हर महीने का प्रारंभ कृष्ण पक्ष से होता है। ब्रह्म पुराण के अनुसार इसी तिथि को ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की थी।

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