श्री गुरु दत्तात्रेय विजय तेतराम
4 नवंबर 2022 कार्तिक शुक्ल पक्ष एकादशी से 8 नवंबर 2022कार्तिक शुक्ल पक्ष पूर्णिमा जूनागढ़ गिरगनार की परिक्रमा होगी , गिरनार की परिक्रमा में हजारो लोग सम्मिलित होते हैं चार दिन परिक्रमा होती है जिसमें 36से 38 किलोमीटर प्ररिकमा होती है ,गिरनार दत्त भगवान की चरण पादुका है ,कंमडलु कुंड में दत्त भगवान की तपोस्थली है जहां पर महन्त महेश गिरि जी है , गोरखनाथ जी का धूना है ,अम्बे माता का बहुत प्राचीन मन्दिर ऐसे ही बहुत से देवी देवताओं का वास है ,उनकी परिक्रमा करने से सभी बन्धनो से मुक्ति मिलती है मोक्ष की प्राप्ति होती है देवी देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है ,

मन की सभी इच्छाएं पूर्ण होती है शारीरिक मानसिक आध्यात्मिक चेतना जागृत होती है प्रत्येक व्यक्ति को तीर्थ स्थानों की देवी देवताओं की वनस्पतियो की प्ररिक्रमा करनी चाहिए चार दिवसीय गिरनार जूनागढ़ परिक्रमा श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के अन्तर्राष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहन्त हरि गिरि जी महाराज मठाधीश भावनाथ महादेव भावनाथ तलेटी मिर्गी कुंड महामंत्री अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद,के अध्यक्षता निर्देशानुसार परिक्रमा होती है आज गुजरात सरकार से बैठक करके वार्ता हुई , सायंकाल सभी षडदर्शन सन्तों से बैठक हुई ,4 नवम्बर से प्ररिकमा होगी ।
हर हर महादेव
अन्तर्राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहन्त नारायण गिरि जीश्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ाश्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर गाजियाबाद उत्तर प्रदेश