महाभारत कालीन प्राचीन शिव मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए महाराजश्री
गुरूग्रामः
महाभारत कालीन प्राचीन शिव मंदिर गोकुलपुरा मंें आयोजित तीन दिवसीय महादेव प्रतिमा अनावरण महोत्सव में गुरूवार को महादेव की भव्य प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा विधि-विधान से की गई। महोत्सव में श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्रीपंच दशनाम जूना अखाडा अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज मुख्य अतिथि के रूप में पधारे। महाराजश्री ने भगवान शिव का अभिषेक पूजन किया और महोत्सव में भाग लेने के लिए आए हजारों श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि गोकुलपुरा का प्राचीन शिव मंदिर महाभारत काल से जुडा है। इस मंदिर व गोकलपुर गांव में महाभारत काल की स्मृतियां विद्यमान हैं। यह मंदिर व गांव पांडवकुल की पूजा-अर्चना का स्थान रहा है।
पौराणिक कथाओं में भी इन स्मृतियों के तथ्य पाए जाते हैं। प्राचीन शिव मंदिर में पूजा-अर्चना करने वालों पर भगवान शिव की असीम कृपा रहती है और वे अपने भक्तों के सभी दुखांें को दूर करते हैं। मंदिर के श्रीमहंत, काशी के थानापति व जूना अखाड़े के सदस्य स्वामी धीरज गिरी महाराज जूना अखाडे ही नहीं धर्म व समाज सेवा में दिन-रात तत्पर रहते हैं। वे सनातन धर्म को मजबूत करने का कार्य कर रहे हैं। स्वामी धीरज गिरी महाराज ने महाराजश्री का स्वागत अभिनंदन किया। महादेव की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व महारूद्रि यज्ञ भी किया गया। प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का समापन शुक्रवार को भंडारे से होगा। महाराजश्री के साथ वैद्य स्वामी मुकेशानंद गिरि, दूधेश्वर वेद विद्या पीठ के प्रधान आचार्य तेईराज उपाध्याय आदि भी मौजूद रहे।