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महाराजा विश्वराज सिंह मेवाड़ उदयपुर राजस्थान महाराणा प्रताप के 77 वंशज, वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना कर श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज से आशीर्वाद लिया

महाराजश्री ने दूधेश्वर नाथ मंदिर का इतिहास भेंटकर उनका सम्मान किया
गाजियाबादः
महाराणा प्रताप की 77 वीं पीढी के मेवाड़ महाराजा विश्वराज सिंह व अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण में अहम योगदान देने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन रविवार को वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ऐतिहासिक दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर पहुंचे। उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना कर मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज से भेंटकर उनका आशीर्वाद लिया। महाराजा विश्वराज सिंह तथा वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने भगवान दूधेश्वर की पूजा-अर्चना कर उनका अभिषेक किया।

मंदिर में विराजमान सभी देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना की व सभी गुरू मूर्तियों की समाधियों को मत्था टेका। उन्होंने श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ का भ्रमण कर वहां के हाजरी रजिस्टर पर साइन किए।

श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ:-

उन्होंने कहा कि श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज के दिशा-निर्देशन में श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ आज भारत ही नहीं पूरे विश्व में भारतीयता, भारतीय संस्कृति, विरासत, भाातीय परम्परा व भारतीय शिक्षा की पहचान बन गया है। उन्होंने मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज से भेंटकर उनका आशीर्वाद लिया। महाराजश्री ने दूधेश्वर नाथ मंदिर का इतिहास भेंटकर उनका सम्मान किया। श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि महाराजा विश्वराज सिंह उन महाराणा प्रताप की 77 वीं पीढी के वंशज हैं, जिनकी शौर्यता, त्याग, संघर्ष व वीरता ने ऐसा इतिहास रचा कि जिसके आगे आज पूरा विश्व नतमस्तक है।

वहीं वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन व हरिशंकर जैन वास्तव में भगवान विष्णु, भगवान राम व भगवान शंकर के दूत ही हैं और उन्होंने अपना पूरा जीवन हिंदू धर्म स्थलों की रक्षा के लिए समर्पित कर रखा है। अयोध्या में भगवान राम के भव्य राम मंदिर निर्माण में वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन व उनके पिता हरि शंकर जैन के योगदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकेगा।

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