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महर्षि वाल्मीकि ने रामायण की रचना कर हमें सदमार्ग पर चलने की राह दिखाईः श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज

राष्ट्रीय भगवान वाल्मीकि मंदिर व आश्रम में आयोजित सर्वधर्म सम्भाव सभा में मुख्य अतिथि रहे महाराजश्री
सभा में मंत्री, सांसद, संतों समेत हजारों भक्त शामिल हुए

नई दिल्लीः
राष्ट्रीय भगवान वाल्मीकि मंदिर,मंदिर मार्ग नई दिल्ली में मंदिर के महंत महामंडलेश्वर संत कृष्ण साह विद्यार्थी महाराज द्वारा भगवान वाल्मीकि के प्रकटोत्सव पर सर्वधर्म सम्भाव सभा का आयोजन किया गया। सभा के मुख्य अतिथि श्री दूधेश्वर नाथ मंदिर के पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज रहे। महाराजश्री ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि एक महान ऋषि थे। उन्होंने रामायण की रचना की और हमें सदमार्ग पर चलने की राह दिखाई। उनके विचारों में प्रेम, त्याग, तप और यश की भावनाएं शामिल हैं। उनके विचार हमें सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा देते हैं। श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि आदि कवि भी हैं और उनके द्वारा रचित महाग्रंथ रामायण विश्व का पहला महाकाव्य है। भगवान राम को जन-जन के ह्रदय में बसाने वाले महर्षि वाल्मीकि व गोस्वामी तुलसीदास ही है। आज की परिस्थितियों में उनके विचारों का महत्व और भी बढ गया है। उनके बताए संदेश को हम अपने जीवन में उतार लें तो जहां हमारा जीवन धन्य हो जाएगा, वहीं पूरे विश्व से उंच-नीच, अमीर-गरीब का भेद भी मिट जाएगा और रामराज्य की स्थापना भी हो जाएगी।

सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने रामायण रूपी आदि काव्य की रचना कर पूरी संष्टि को राम नाम का जो अनमोल खजाना दिया, उससे हजारों वर्षो से यह संसार मालामाल होती आ रही है। रामायण के माध्यम से उन्होंने हम सभी को सही मार्ग दिखाया और कैसे जीना चाहिए, यह सिखाया। विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष कपिल खन्ना ने कहा कि भगवान राम का नाम सभी कष्टों से मुक्ति दिलाने वाला, जीवन को आनंदमय बनाने वाला व भव सागर से पार उतारने वाला है। भगवान राम को जन-जन तक पहुंचाने वाले महर्षि वाल्मीकि ही हैं। मंदिर के महंत महामंडलेश्वर संत कृष्ण साह विद्यार्थी महाराज ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने आदि महाकाव्य रामायण के माध्यम से हमें जो सदमार्ग दिखाया है, उस पर चलकर ही पूरे विश्व का कल्याण होसकता है और वसुधैव कुटुंबकम की परिकल्पना साकार हो सकती है और पूरे विश्व को एक परिवार बनायाजा सकता है। महामंडलेश्वर स्वामी हरि ओम गिरि महाराज,जैन साधवी श्री श्री महंत विभानंद गिरि साध्वी,लोकेश मुनि महाराज, महंत सतीश दास महाराज, महंत सूरज गिरि महाराज, सांसद बांसुरी स्वराज समेत कई मंत्री, सांसद व हजारों की संख्या में भक्त भी मौजूद रहे।

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