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जाने श्री दूधेश्वर फागुन महाशिवरात्रि महोत्सव 2021 के बारे में

फाल्गुन महीने के कृष्णपक्ष की चतुर्दशी तिथि पर महाशिवरात्रि व्रत किया जाता है. इसी दिन माता पार्वती तथा भगवान शिव का विवाह हुआ था। इस तरह सालभर में 12 शिवरात्रि व्रत किए जाते हैं लेकिन इनमें फाल्गुन महीने के कृष्णपक्ष की चतुर्दशी बहुत खास है। यानी फरवरी या मार्च में आने वाली इस तिथि को महाशिवरात्रि के रुप में मनाया जाता है।

फागुन महाशिवरात्रि:-

11 मार्च 2021

श्री दूधेश्वर महादेव मठ मंदिर में 10 तारीख को रात 12:00 बजे से ही पूजन शुरू हो जायेगा।

आठ पहर का पूजन:-

10 तारीख को रात 12:00 बजे से ही पूजन शुरू हो जायेगा। आठ पहर का पूजन श्री दूधेश्वर महादेव मठ मंदिर में चलता है जो की हर डेढ़ घंटे में होता है।और ये 13 तारीख की सुबह तक चलता है।

श्री दूधेश्वर महादेव मठ मंदिर:-

श्री दूधेश्वर महादेव मठ मंदिर की महाशिवरात्रि भव्यता देखने लायक होती है। प्रति वर्ष महाशिवरात्रि धूम धाम से मनाया जाता है। और भक्तगण देश व् विदेश से इस दिन यहाँ पर आते है। दूधेश्वर महादेव का जल अभिषेक करने और दूधेश्वर महादेव की कृपा प्राप्त करने। इस अद्भुत पल को हर भक्त अनुभव करना चाहता है।

क्या क्या खास होता है इस दिन:-

महा शिवरात्रि वाले दिन श्री दूधेश्वर महादेव मंदिर में अभिषेक करने के लिए भक्तों की कतार लगी रहती है उस दिन अभिषेक मुख्य तौर पर होता है तथा साथ ही मंदिर में श्री दूधेश्वर फूल बंगला मुख्य आकर्षण होता है। इतना ही नहीं श्री दुधेश्वर महादेव का भव्य श्रृंगार होता है। वो मनमोहक भगवान का श्रृंगार देखने लायक होता है। शिव जी की भव्य बारात भी निकलती है जिसकी शोभा और सुंदरता को शब्दों में नहीं कहा जा सकता। इस बारात में शामिल होने शिव जी के विवाह का साक्षी बनाना हर कोई चाहता है। भक्तो की बहुत ही भीड़ एकत्रित होती है इस पल का आनंद लेने के लिए। साथ ही भजन संध्या का भी आयोजन होता है।

  • श्री दूधेश्वर महादेव अभिषेक- (10 मार्च रात्रि 12 बजे से)
  • श्री दूधेश्वर फूल बंगला- (11 मार्च)
  • श्री दूधेश्वर महादेव का भव्य श्रृंगार- (11 मार्च)
  • भव्य बारात ( 10 मार्च रात्रि 9 बजे)
  • भजन संध्या (10 मार्च रात्रि 11 बजे)
  • भंडारा-(धर्मार्थ सेवा समिति की तरफ से)

आयोजक:-

ये हम सभी जानते है चाहे धर्म का कार्य हो या संसार का हर कार्य को करने के लिए धन व्यय होता है। और मंदिर में जो भी कार्यक्रम होता है वो किसी धर्मार्थी और पुण्य जनो की सेवा के सहयोग से ही पूरा होता है। इस फागुन महाशिवरात्रि महोत्सव में मुख्य रूप से पूर्ण सहयोग श्री धर्मपाल गर्ग जी और श्री अनुज गर्ग जी का है। मुख्य रूप से श्री धर्मपाल गर्ग जी समय समय पे अपनी तरफ से पूर्ण सहयोग देते रहते है। साथ ही श्री विजय मित्तल जी (अध्यक्ष : श्री दूधेश्वर श्रृंगार सेवा समिति) व्यवस्थ्पाक के रूप में।

  • श्री महंत नारायण गिरी जी ( अन्तर्राष्ट्रीय प्रवक्ता-श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा)
  • श्री धर्मपाल गर्ग(अध्यक्ष, उद्योगपति, समाजसेवी व धर्मप्रेमी)
  • श्री अनुज गर्ग जी (उपाध्यक्ष श्री दूधेश्वर मंदिर विकास समिति)
  • श्री विजय मित्तल जी-(अध्यक्ष : श्री दूधेश्वर श्रृंगार सेवा समिति)

श्री महंत नारायण गिरी जी ( अन्तर्राष्ट्रीय प्रवक्ता-श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा):-

श्री धर्मपाल गर्ग((अध्यक्ष, उद्योगपति, समाजसेवी व धर्मप्रेमी):-

श्री दूधेश्वरनाथ महादेव मठ  मंदिर के 16th पीठाधीश्वर श्री महंत नारायण गिरी जी के देख रेख के अंतर्गत प्रसिद्ध उद्योगपति, समाजसेवी व धर्मप्रेमी श्री धर्मपाल गर्ग के कर कमलो द्वारा प्राचीन दूधेश्वरनाथ महादेव मंदिर के जीर्णोद्धार हुआ। श्री धर्मपाल गर्ग जी ने जब ऐतिहासिक सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ महादेव मठ –मंदिर के जीर्णोद्धार का बीड़ा उठाया तो उनका नाम स्वत: ही इतिहास के पन्नो में अंकित हो गया क्योंकि लगभग चार सौ वर्ष पूर्व इस प्रख्यात मंदिर का जीर्णोद्धार वीर मराठा छत्रपति शिवाजी महाराज ने कराया था |

श्री अनुज गर्ग जी((उपाध्यक्ष श्री दूधेश्वर मंदिर विकास समिति)

श्री विजय मित्तल जी-(अध्यक्ष : श्री दूधेश्वर श्रृंगार सेवा समिति):-

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