आयोजक खेत सिंह खिची, उनके परिवार व हजारों श्रद्धालुओं ने महाराजश्री से आशीर्वाद लिया
राजस्थानः
केतु मदा सेखालाए जोधपुर स्थित मां कुलदेवी आशापुरी मंदिर में 21 व 22 फरवरी को मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन किया गया। महोत्सव का आयोजन खिची परिवार ने किया। प्राण प्रतिष्ठा मुख्य अतिथि श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने की। महाराजश्री का आयोजक खेत सिंह खिची व उनके पुत्र राजू सिंह खिची, लक्ष्मण सिंह खिची, दिलीप सिंह खिची प्रकाश बाइसा, पुंजराज सिंह खिची तथा समस्त भक्तों की ओर से जोरदार स्वागत किया गया। महोत्सव के पहले दिन कलश यात्रा निकाली गई जिसका जगह.जगह स्वागत किया गया। रात्रि में श्रीमहंत नारायण गिरि की अध्यक्षता में भजन संध्या का आयोजन हुआ जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल रहे। गुरूवार की प्रातः पहले हवन हुआ जिसमें सभी के कल्याण की कामना से आहुति दी गई।
हवन के बाद महाराजश्री ने मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा की। इस अवसर पर श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि खेत सिंह खिची व उनका परिवार धर्म व समाज की सेवा में जिस प्रकार हमेशा लगा रहता हैए उससे अन्य लोग भी प्रेरणा ले रहे हैं। जो भक्त धर्म व समाज की सेवा भगवान की भक्ति के समान करते हैं, उन पर भगवान की कृपा हमेशा बनी रहती है। खेत सिंह खिची व उनका परिवार नर सेवा को नारायण सेवा मानकर सेवा करता है, इसी कारण भगवान की उन पर व उनके परिवार पर विशेष कृपा है। महाराजश्री ने कहा कि मां कुलदेवी आशापुरी मां जगदम्बा का ही रूप हैं.
और इनकी पूजा.अर्चना करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। खेत सिंह खिची व उनके परिवार द्वारा निर्मित मां कुलदेवी आशापुरी मंदिर केतु मदा सेखाला, जोधपुर या राजस्थान ही नहीं देश भर में धार्मिक व आस्था का केंद्र बनेगा। प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के बाद महाप्रसादी में हजारों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। आनंद आचार्य महमंडलेश्वर व भागवत प्रवक्ता स्वामी डॉ शिवस्वरूपानंद सरस्वती महाराज, श्री 1008 रावल पुरी महाराज, प्रसिद्ध वैद्य मुकेशानंद गिरि गाजियाबाद, शेरगढ के विधायक बाबू सिंह राठौर प्रसिद्ध बिल्डर-उद्योगपति, समाजेसवी व राजनेता ठाकुर करण सिंह, लक्ष्मण सिंह चौहान, उमेश सिंह केतु आदि भी मौजूद रहे। दो दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में भाग लेेने के बाद महाराजश्री सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में दूधेश्वर भगवान व सिद्ध समाधियों की सेवा के लिए रवाना हो गए। महाराजश्री 23 फरवरी को गाजियाबाद पहुंच जाएंगे और मंदिर में दूधेश्वर भगवान व सिद्ध समाधियों की सेवा के लिए प्रस्तुत हो जाएंगे।