जय दूधेश्वर महादेव
{शारदीय नवरात्रि 2022 पंचम् दिवस }
सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया।शुभदास्तु सदा देवी स्कंदमाता यशस्विनी॥
आज मां भगवती जगद् जननी मां जगदम्बा के पंचम् स्वरूप मां स्कंदमाता का पूजन पूज्य गुरुदेव श्रीमहन्त नारायण गिरि जी महाराज श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर गाजियाबाद अन्तर्राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के अध्यक्षता एवं साान्निध्य में सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ महादेव मठ मन्दिर गाजियाबाद में मां भगवती का पूजन श्री दुर्गासप्तशती का पाठ नवार्ण मंत्र(ऊं ऐं ह्लीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै) का जाप आचार्य नित्यानंद जी एवं दूधेश्वर वेद विद्यालय के छात्रों द्वारा चल रहा है ,साथ ही दूधेश्वर मठ की शाखा प्राचीन सिद्ध पीठ बाला त्रिपुरा सुन्दरी देवी मन्दिर मां भगवती का बाल स्वारूप धारण किया था , दिल्ली गेट में महन्त गिरिशा नन्द गिरि जी के आयोजन में पं राम मनोहर अग्निहोत्री जी एवं अन्य ब्राह्मणों द्वारा पाठ पूजन जाप हवन यज्ञ चल रहा है , नित्यानंद आश्रम श्रीधाम वृन्दावन में महन्त वी पी गिरि जी के आयोजन में आचार्य अमित कुमार शर्मा जी के द्वारा शतचंडी अनुष्ठान चल रहा है ,
कोटेश्वर महादेव मन्दिर गुडानाला सिवाना राजस्थान में पूज्य गुरुदेव श्रीमहन्त नारायण गिरि जी महाराज के पावन सान्निध्य एवं मुख्य आतिथ्य में योगीराज महन्त सत्यम गिरि जी के आयोजन में चल रहे शतचंडी महायज्ञ,श्रीमद् भागवत कथा में आज कथा प्रवक्ता श्री विचाराराम जी ने भागवत के प्रसंग भगवान के रूपों की कथा उपस्थिति जनमानस को श्रवण कराया ,जसोल धाम बालोतरा बाड़मेर राजस्थान में माता राणी भटियाणी माता के चरणों में आचार्य अभिषेक जोशी जी के नेतृत्व में शतचंडी यज्ञ अनुष्ठान चल रहा है ,साथ ही रानी रूपादे,रावल मल्लीनाथ जी की समाधी पालिया , नर्मदेश्वर महादेव,जसोल गढ़ में आचार्य तोयराज उपाध्याय जी , आचार्य विकास पाण्डेय जी,दीपक भट्ट जी , दीपांकर पाण्डेय जी के द्वारा मां भगवती का पूजन पाठ जप चल रहा है ,
विशेष रूप से महाराज श्री का नवरात्रि अनुष्ठान रानी भटियानी माता के चरणों में चल रहा है ,जिसके यजमान एवं आयोजक रावल किशन सिंह जी,कुंवर हरिश्चन्द्र सिंह जी महाराज श्री के सान्निध्य में अनुष्ठान में भाग लेकर धर्मलाभ प्राप्त कर रहे हैं ,विशेष रूप से पूज्य गुरुदेव ने आज सन्तों के दर्शन भेंट में जालोर राजस्थान में जलंधर नाथ जी अखाड़ा पीर शान्ति नाथ जी महाराज की तपोस्थली पर उनके शिष्य महन्त गंगानाथ जी से भेंट करके स्वास्थ्य प्रसन्न लिया ,लेटा के महन्त तपस्वी सन्त रणछोड़ भारती जी महाराज से भेंट करके धर्म चर्चा किया ,कबीर आश्रम तखतगढ़ में युवाचार्य कई देशों में भगवान की कथा का गुणगान करने वाले अभयदास जी भेंट किया , ब्रह्मचारी सन्त अवधेशचेतन्य जी महाराज का चातुर्मास तप साधना चल रही है उनके महाराज श्री भेंट किया शतचंडी यज्ञ में जाकर धर्मलाभ प्राप्त किया निम्बेश्वर महादेव निम्बोरानाथ साण्डेराव पाली में जाकर दर्शन पूजन किया एवं अध्यक्ष जगत सिंह जी से भेट किया ,
गुडामांगलिया उज्जैनवीर मामा जी धाम कृष्ण उपासक दाता महेन्द्र सिंह राणावत जी से भेंट किया महाराज श्री का महेन्द्र सिंह जी ने दर्शन करके आशीर्वाद लिया स्वागत सम्मान किया ,साथ ही व्यसन विराम पूर्ण प्रयास एवं शतचंडी माता जी साधना के विषयों पर चर्चा किया ,तीखी देवी ग्राम छोड़ा जिला पाली में माता जी का महाराज श्री ने दर्शन पूजन किया , तदोपरान्त एलाना पर्वत पर सुरेश्वर महादेव आहोर में महन्त पर्वत गिरि जी महाराज से भेट हुआ ,जालोर में अनिल शर्मा जी,मधु शर्मा जी द्वारा आयोजित नवरात्रि के अवसर गरबा (गुजराती सांस्कृतिक नृत्य)का आयोजन किया नगर पालिका जालोर के स्थान पर जाकर पूज्य गुरुदेव ने प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया ,पूर्व विधायक राजस्थान के पूर्व मंत्री भोपा ओटाराम जी मुण्डारा पाली में चामुण्डा माता के दर्शन किया पूज्य गुरुदेव ने आज पूज्य गुरुदेव ने नवरात्रि के अवसर पर सन्तों से दर्शन मेला माता जी मन्दिर में दर्शन पूजन किया ।
पंचम स्वारूप स्कंदमाता की कथा-एक पौराणिक कथा के अनुसार,
कहते हैं कि एक तारकासुर नामक राक्षस था। जिसका अंत केवल शिव पुत्र के हाथों की संभव था। तब मां पार्वती ने अपने पुत्र स्कंद (कार्तिकेय) को युद्ध के लिए प्रशिक्षित करने के लिए स्कंद माता का रूप लिया था। स्कंदमाता से युद्ध प्रशिक्षण लेने के बाद भगवान कार्तिकेय ने तारकासुर का अंत किया था।स्कंदमाता को इन नामों से भी जाना जाता है-स्कंदमाता, हिमालय की पुत्री पार्वती हैं। इन्हें माहेश्वरी और गौरी के नाम से भी जाना जाता है। पर्वत राज हिमालय की पुत्री होने के कारण पार्वती कही जाती हैं। इसके अलावा महादेव की पत्नी होने के कारण इन्हें माहेश्वरी नाम दिया गया और अपने गौर वर्ण के कारण गौरी कही जाती हैं। माता को अपने पुत्र से अति प्रेम है। यही कारण है कि मां को अपने पुत्र के नाम से पुकारा जाना उत्तम लगता है। मान्यता है कि स्कंदमाता की कथा पढ़ने या सुनने वाले भक्तों को मां संतान सुख और सुख-संपत्ति प्राप्त होने का वरदान देती हैं।
हर हर महादेव
विश्व संवाद सम्पर्क सचिवअमित कुमार शर्माश्री दूधेश्वर नाथ महादेव मठ मन्दिर गाजियाबाद उत्तर प्रदेश