जय दूधेश्वर महादेव
“शारदीय नवरात्र 2022 नवमी कन्या पूजन के साथ सम्पन्न”
वन्दे वांछित मनोरथार्थ चन्द्रार्घकृत शेखराम् ।कमलस्थितां चतुर्भुजा सिद्धीदात्री यशस्वनीम् ।।
आज नवमी के अवसर पर माजीसा धाम जसोल राणी भटियाणी मन्दिर संस्थान बालोतरा बाड़मेर में शतचंडी यज्ञ पूर्णाहुति के उपरान्त कन्या पूजन हुआ जिसमें नर्मेदेश्वर महादेव,राणी रूपांदे मन्दिर,जसोल गढ़ नवरात्रि दुर्गा शतचंडी पाठ चल रहा है सभी स्थानों का जसोल धाम में कन्या पूजन हुआ जो कि पूज्य गुरुदेव श्रीमहन्त नारायण गिरि जी महाराज श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर गाजियाबाद अन्तर्राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के मुख्य अतिथ्य एवं पावन सानिध्य अध्यक्षता में रावल किशन सिंह जी के द्वारा कन्या पूजन हुआ शतचंडी यज्ञ अनुष्ठान कन्या पूजन कुंवर हरिश्चन्द्र सिंह जी के संयोजक में हुआ ,प्रधान आचार्य अभिषेक जोशी जी,के साथ आचार्य तोयराज उपाध्याय जी, आचार्य विकास पाण्डेय जी,शेषराज जी ,दीपक भट्ट जी , दीपांकर पाण्डेय जी ने वैदिक मंत्रों से कन्या पूजन कराया तदोपरान्त आवाहित देवी देवताओं का विसर्जन किया
,साथ ही महाराज श्री के अध्यक्षता में चल रहे सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ महादेव मठ मन्दिर गाजियाबाद उत्तर प्रदेश में आचार्य नित्यानंद जी ने वैदिक मंत्रों से ईश्वर पंडित जी ,मन्दिर कार्यलय प्रभारी शंकर झा जी , स्वामी शिवानन्द गिरि जी वरिष्ठ आचार्य लक्ष्मीकांत पाढी जी ने महाराज श्री के निर्देशानुसार कन्या पूजन किया ,बाला त्रिपुरा सुन्दरी देवी मन्दिर दिल्ली गेट गाजियाबाद में महन्त गिरिशानन्द गिरि जी ,महन्त विजय गिरि जी शिव मन्दिर पटेल नगर एवं अन्य सन्तों ने कन्या पूजन करके शतचंडी अनुष्ठान सम्पन्न किया , कोटेश्वर महादेव मन्दिर गुडानाल सिवाना राजस्थान में योगीराज महन्त सत्यम गिरि जी महाराज के द्वारा कन्या पूजन हुआ,श्रीधाम वृन्दावन में महन्त वी पी गिरि जी के द्वारा कन्या पूजन करके शतचंडी अनुष्ठान सम्पन्न हुआ इस बार पूज्य गुरुदेव श्रीमहन्त नारायण गिरि जी महाराज के अध्यक्षता में 8 स्थानों पर शतचंडी यज्ञ अनुष्ठान आयोजित हुआ था वो आज कन्या पूजन के साथ सम्पन्न हुआ।
नवम स्वारूप मां सिद्धिदात्री:-भगवान शिव ने मां सिद्धिदात्री की कृपा से ही 8 सिद्धियों को प्राप्त किया था। इन सिद्धियों में अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व और वशित्व शामिल हैं। इन्हीं माता की वजह से भगवान शिव को अर्द्धनारीश्वर नाम मिला, क्योंकि सिद्धिदात्री के कारण ही शिव जी का आधा शरीर देवी का बना। हिमाचल का नंदा पर्वत इनका प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। मान्यता है कि जिस प्रकार इस देवी की कृपा से भगवान शिव को आठ सिद्धियों की प्राप्ति हुई ठीक उसी तरह इनकी उपासना करने से अष्ट सिद्धि और नव निधि, बुद्धि और विवेक की प्राप्ति होती है।
हर हर महादेव
विश्व संवाद सम्पर्क सचिवअमित कुमार शर्माश्री दूधेश्वर नाथ महादेव मठ मन्दिर गाजियाबाद उत्तर