नवरात्र में घटस्थापना (navratri ghatasthapana) अथवा कलश स्थापना का बहुत विशेष महत्व होता है। सामान्य रूप से इसे नवरात्रि का पहला दिन माना जाता है। घटस्थापना के दिन से नवरात्रि का प्रारंभ माना जाता है। नवरात्रों (चैत्र व शारदीय) में प्रतिपदा अथवा प्रथमा तिथि को शुभ मुहुर्त में घट स्थापना पूरे विधि-विधान के साथ संपन्न किया जाता है। जो की बहुत शुभ होता है। शास्त्रों के अनुसार कलश को भगवान गणेश की संज्ञा दी गई है और किसी पूजा के लिए सर्वप्रथम गणेश जी की वंदना की जाती है।
चैत्र नवरात्रि
13 अप्रैल से 21 अप्रैल
प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ – 08:00 AM on Apr 12, 2021
प्रतिपदा तिथि समाप्त – 10:16 AM on Apr 13, 2021
घटस्थापना मुहूर्त :
शुभ मुहूर्त- सुबह 05 बजकर 28 मिनट से सुबह 10 बजकर 14 मिनट तक।
अवधि :3 घंटे 48 मिनट
अभिजित मुहूर्त:- सुबह 11 बजकर 56 मिनट से दोपहर 12 बजकर 47 मिनट तक।
महंत जी द्वारा भारतीय नव वर्ष और नवरात्री संदेश सुनें:-
विशेष आग्रह:-
समस्त दूधेश्वर नाथ के भक्तों को श्री महंत नारायण गिरी का विशेष विशेष आग्रह करोना महामारी को देखते हुए दूधेश्वरनाथ मंदिर में नवरात्री उत्सव पे भीड़ न लगाए। भक्त गण 5 -5 लोग करके दर्शन करेंगे। महंत जी द्वारा ये आग्रह जरूर सुनने।
!! ॐ श्री दुधेश्वराय नम: !! 🙏