जय दूधेश्वर महादेव
{शारदीय नवरात्रि 2022 षष्ठं दिवस }
चंद्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहना। कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी॥
आज मां भगवती जगद् जननी मां जगदम्बा के षष्ठम् स्वरूप मां कात्यायनी का पूजन पूज्य गुरुदेव श्रीमहन्त नारायण गिरि जी महाराज श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर गाजियाबाद अन्तर्राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के अध्यक्षता एवं साान्निध्य में सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ महादेव मठ मन्दिर गाजियाबाद में मां भगवती का पूजन श्री दुर्गासप्तशती का पाठ नवार्ण मंत्र(ऊं ऐं ह्लीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै) का जाप आचार्य नित्यानंद जी एवं दूधेश्वर वेद विद्यालय के छात्रों द्वारा चल रहा है ,साथ ही दूधेश्वर मठ की शाखा प्राचीन सिद्ध पीठ बाला त्रिपुरा सुन्दरी देवी मन्दिर मां भगवती का बाल स्वारूप धारण किया था , दिल्ली गेट में महन्त गिरिशा नन्द गिरि जी के आयोजन में पं राम मनोहर अग्निहोत्री जी एवं अन्य ब्राह्मणों द्वारा पाठ पूजन जाप हवन यज्ञ चल रहा है ,
नित्यानंद आश्रम श्रीधाम वृन्दावन में महन्त वी पी गिरि जी के आयोजन में आचार्य अमित कुमार शर्मा जी के द्वारा शतचंडी अनुष्ठान चल रहा है , कोटेश्वर महादेव मन्दिर गुडानाला सिवाना राजस्थान में पूज्य गुरुदेव श्रीमहन्त नारायण गिरि जी महाराज के पावन सान्निध्य एवं मुख्य आतिथ्य में योगीराज महन्त सत्यम गिरि जी के आयोजन में चल रहे शतचंडी महायज्ञ,श्रीमद् भागवत कथा में आज कथा प्रवक्ता श्री विचाराराम जी ने भागवत के प्रसंग भगवान के रूपों की कथा उपस्थिति जनमानस को श्रवण कराया ,जसोल धाम बालोतरा बाड़मेर राजस्थान में माता राणी भटियाणी माता के चरणों में आचार्य अभिषेक जोशी जी के नेतृत्व में शतचंडी यज्ञ अनुष्ठान चल रहा है ,
साथ ही रानी रूपादे,रावल मल्लीनाथ जी की समाधी पालिया , नर्मदेश्वर महादेव,जसोल गढ़ में आचार्य तोयराज उपाध्याय जी , आचार्य विकास पाण्डेय जी,दीपक भट्ट जी , दीपांकर पाण्डेय जी के द्वारा मां भगवती का पूजन पाठ जप चल रहा है , विशेष रूप से महाराज श्री का नवरात्रि अनुष्ठान रानी भटियानी माता के चरणों में चल रहा है ,जिसके यजमान एवं आयोजक रावल किशन सिंह जी,कुंवर हरिश्चन्द्र सिंह जी महाराज श्री के सान्निध्य में अनुष्ठान में भाग लेकर धर्मलाभ प्राप्त कर रहे हैं ,आज विशेष रूप से महाराज श्री ने प्रातः काल गुडानाला सिवाना कोटेश्वर महादेव मन्दिर महन्त योगीराज सत्यम गिरि जी महाराज के द्वारा आयोजित शतचंडी यज्ञ जो कि पूज्य गुरुदेव के सानिध्य में चल रहा है उसमें भाग लिया, मध्यान्ह 2 बजे भागवत कथा जो कि प्रख्यात कथा प्रवक्ता श्री विचाराराम जी महाराज द्वारा कथा चल रही है जिसमें पूज्य गुरुदेव के पावन उपस्थिति मे शैल सिंह वापी , रघुनाथ चौधरी राखी ,सन्तोष कवि एवं संगीत कलाकार एवं अन्य भक्तों ने कथा में भाग लेकर कथा श्रवण किया ।

मां कात्यायनी कथा :-
नवरात्रि में छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाती है। इनकी उपासना और आराधना से भक्तों को बड़ी आसानी से अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष चारों फलों की प्राप्ति होती है। उसके रोग, शोक, संताप और भय नष्ट हो जाते हैं। जन्मों के समस्त पाप भी नष्ट हो जाते हैं। इस देवी को नवरात्रि में छठे दिन पूजा जाता है। कात्य गोत्र में विश्वप्रसिद्ध महर्षि कात्यायन ने भगवती पराम्बा की उपासना की। कठिन तपस्या की। उनकी इच्छा थी कि उन्हें पुत्री प्राप्त हो। मां भगवती ने उनके घर पुत्री के रूप में जन्म लिया।इसलिए यह देवी कात्यायनी कहलाईं। इनका गुण शोधकार्य है। इसीलिए इस वैज्ञानिक युग में कात्यायनी का महत्व सर्वाधिक हो जाता है। इनकी कृपा से ही सारे कार्य पूरे जो जाते हैं। ये वैद्यनाथ नामक स्थान पर प्रकट होकर पूजी गईं। मां कात्यायनी अमोघ फलदायिनी हैं। भगवान कृष्ण को पति रूप में पाने के लिए ब्रज की गोपियों ने इन्हीं की पूजा की थी। यह पूजा कालिंदी यमुना के तट पर की गई थी। इसीलिए ये ब्रजमंडल की अधिष्ठात्री देवी के रूप में प्रतिष्ठित हैं। इनका स्वरूप अत्यंत भव्य और दिव्य है। ये स्वर्ण के समान चमकीली हैं और भास्वर हैं। इनकी चार भुजाएं हैं। दाईं तरफ का ऊपर वाला हाथ अभयमुद्रा में है तथा नीचे वाला हाथ वर मुद्रा में। मां के बाईं तरफ के ऊपर वाले हाथ में तलवार है व नीचे वाले हाथ में कमल का फूल सुशोभित है। इनका वाहन भी सिंह है। इनकी उपासना और आराधना से भक्तों को बड़ी आसानी से अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष चारों फलों की प्राप्ति होती है। उसके रोग, शोक, संताप और भय नष्ट हो जाते हैं। जन्मों के समस्त पाप भी नष्ट हो जाते हैं। इसलिए कहा जाता है कि इस देवी की उपासना करने से परम पद की प्राप्ति होती है ।
हर हर महादेव
विश्व संवाद सम्पर्क सचिवअमित कुमार शर्माश्री दूधेश्वर नाथ महादेव मठ मन्दिर गाजियाबाद उत्तर प्रदेश