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आंध्र प्रदेश की भक्ति का रस पीने वाले का जीवन आनंदमय हो जाता हैः श्रीमहंत नारायण गिरि जी

गुंटूर पहुंचने पर महाराजश्री का भक्तों ने जोरदार स्वागत किया
आंध्र प्रदेशः

श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज सोमवार की सुबह दो दिवसीय धर्म यात्रा के लिए गुंटूर पहुंचे तो उनका जोरदार स्वागत किया गया। हवाई अडडे से ही उनके स्वागत का सिलसिला शुरू हो गया और गुंटूर में उनका कई स्थानों पर स्वागत किया गया और हर जगह भक्तों की भीड लगी रही। महाराजश्री ने सुबह गुंटूर पहुंचने के बाद अंबा माता मंदिर, श्री अंबेश्वर महादेव मंदिर व श्री रामदेव मंदिर में दर्शन कर पूजा-अर्चना की। श्याम ंिसंह, हरि सिंह, कालू सिंह समेत बडी संख्या में भक्तों ने महाराजश्री से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया।

अंबा माता मंदिर, श्री अंबेश्वर महादेव मंदिर व श्री रामदेव मंदिर के पांचवें प्राण प्रतिष्ठा वार्षिक समारोह में श्रीमहंत नारायण गिरि मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगे। मंदिर की स्थापना महाराजश्री ने वैष्णव समाज व मारवाडी समाज के भक्तों के सहयोग से की है। वार्षिक समारोह में आज सांय भजन संध्या का आयोजन होगा। महाराजश्री ने मंदिर दर्शन किए तो मंदिर के अध्यक्ष जगदीश सिंह राजपुरोहित,नाथू पुरी महाराज, नाथू राम, कांति लाल, विवेक, बघाराम चौधरी, माणा राम चौधरी, मांगी लाल चौधरी, अजय सिंह, अमर सिंह राजपूूत आदि ने उनका जोरदार स्वागत कर उनका आशीर्वाद किया। श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि आंध्र प्रदेश आध्यात्म व भक्ति के माध्यम से भारतीय संस्कृति व सनातन धर्म की पताका को भारत ही नहीं पूरे विश्व में फहराने का कार्य कर रहा है।

गुंटूर को विश्व भर में मिर्च सिटी के नाम से जाना जाता है क्योंकि गुंटूर में ही मिर्चों की सबसे ज्यादा खेती होती है। यहां सबसे ज्यादा किस्म की मिर्चें उगाई जाती हैं। यहां की मिर्चें देश ही विदेश में भी फेमस हैं। कई देशों में यहां की मिर्चें एक्सपोर्ट भी की जाती हैं। यहां की मिर्च तीखी है तो वहीं यहां की भक्ति इतनी मीठी है कि जो भी इस भक्ति रस का स्वाद एक बार चख लेता है, उसे कुछ और भाता ही नहीं है। भक्ति की ज्योत को निरंतर प्रज्जवलित करने के लिए वैष्णव समाज व मारवाडी समाज जिस प्रकार का योगदान कर रहा है, वह बहुत ही सराहनीय है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण व उसमें रामलला के विराजमान होने के बाद जिस प्रकार पूरे विश्व में सनातन धर्म का प्रभाव बढा है, वह इस बात का प्रमाण है कि हमारा देश एक बार फिर से विश्व गुरू बनने की राह पर तेजी से अग्रसर है। महाराजश्री मंगलवार को गुंटूर समेत आंध्र प्रदेश के कई शहरों के भक्तों को दर्शन देकर उन्हें अपना आशीर्वाद प्रदान करेंगे और बुधवार 13 मार्च को भगवान दूधेश्वर की सेवा के लिए गाजियाबाद लौट आएंगे।

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