गाजियाबाद।
विश्व प्रसिद्ध सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर आध्यात्म, भक्ति, भारतीय संस्कृति व सभ्यता के साथ समाज व देश सेवा की अलख भी जला रहा है।
श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्रीपंच दशनाम जूना अखाडा अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज ने मंदिर को पूरे विश्व में अलग पहचान दिलाई है। महाराजश्री समाज व देश सेवा में भी सबसे आगे रहते हैं। पर्यावरण व जल संरक्षण के लिए वे वर्षों से लोगों को जागरूक कर रहे हैं। बुधवार को विश्व पर्यावरण दिवस पर भी महाराजश्री के दिशा-निर्देशन में सैकड़ौ भक्तों ने पौधरोपण कर उनकी देखभाल करने का संकल्प लिया।
पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी आगे आएं
श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज
स्वयं श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज ने मंदिर परिसर में पौधरोपण कर सभी को पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आने का संदेश दिया। महाराजश्री ने कहा कि प्रदूषण की समस्या बहुत गंभीर हो चुकी है। हालत यह हो चुकी है कि आज सांस लेना भी मुशिकल हो गया है। यह स्थिति तब है कि जब हिंदू धर्म में वृक्षों की पूजा की जाती है। पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए गोवर्धन लीला की। अगर हम अब नहीं चेते तो स्थिति और भी भयावह हो जाएगी। पर्यावरण सुरक्षित होगा तभी हमारा जीवन सुरक्षित रहेगा। अत: पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी आगे आए और अधिक से अधिक पौधे लगाकर उनका संरक्षण करें।
हमें याद रखना चाहिए कि प्रकृति ने इंसान को पैदा किया और अपने आस्तित्व के लिए इंसान को उसकी जरूरत है। प्रकृति से हम हैं, हमसे प्रकृति नहीं।
प्रणाम गुरुदेव
भारत देश प्रकृति का संरक्षक रहा है प्राचीन काल से
पहले आश्रम हुआ करते थे फिर मंदिर आये फिर स्कूल आए अब कम्प्यूटर रोबोट आ गये
संत अपनी परमपरा अनुसार इस भोतिक युग में प्रकृति संरक्षण हेतु प्रेरित करे सरकार को और यह काम बिना पैसे के हो सकता है
प्रकृति के नाश में तो बहुत पैसे लगा है
संत आशीर्वाद रहे तो भारत की भूमि में वृक्ष हरे भरे हो सकते है
प्रमाण गुरुदेव🙏