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सच्चे मन से राधा नाम का स्मरण करने से ही मनुष्य भव सागर से पार हो जाता हैः श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज

सच्चे मन से राधा नाम का स्मरण करने से ही मनुष्य भव सागर से पार हो जाता हैः श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज
गाजियाबादः
श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने सभी को राधाष्टमी की बधाई दी। उन्होंने राधारानी से अपने सभी भक्तों पर अपनी व भगवान कृष्ण की कृपा बनाए रखने की प्रार्थना भी की। महाराजश्री ने बताया कि राधा नामकी महिमा अपरम्पार है। सच्चे मन से एक बार राधा नाम का स्मरण करने मात्र से ही मनुष्य सभी दुखों से मुक्ति पाकर भव सागर से पार हो जाता है। भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त करने के लिए सिर्फ राधा नाम की धुन ही काफी है।

“राधा रानी की दिव्यता से जीवन की हर कठिनाई में एक नई राह और आशा की किरण मिले। शुभ राधा अष्टमी!”

राधा रानी को विश्व की सर्वोच्च शक्ति माना जाता है और मनुष्य ही नहीं देवी-देवता भी राधा नाम का गुणगान करते हैं। वे प्रेम, कोमलता, करुणा और भक्ति की देवी हैं। उन्हें ब्रह्मांड की निर्माता या सभी की माता भी कहा जाता है। राधा अष्टमी का शास्त्रों में विशेष महत्व है। इस दिन राधा रानी की पूजा करने से भगवान कृष्ण की भी कृपा प्राप्त होती है और मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं। इस दिन राधा रानी की पूजा करने से वैवाहिक जीवन खुशहाल बना रहता है। वहीं सुख. समृद्धि की प्राप्ति होती है। radha ashtami wishes

“राधा रानी का प्रेम और भक्ति केवल एक दिव्य भावना नहीं, बल्कि यह हमारे जीवन के हर पहलू में सच्ची खुशी और आत्मिक शांति का मार्गदर्शन करता है। इस राधा अष्टमी पर, उनके आशीर्वाद से हम अपने जीवन की गहराइयों को समझें और प्रेम और समझ के साथ हर दिन को सजाएँ। राधा अष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ!”

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