विशेष कार्यो को पूरा कराने के लिए भगवान ने नरेंद्र मोदी को माध्यम बनाया है
गाजियाबादः
श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को द्वारका के दर्शन के दौरान जिस प्रकार की अनुभूति हुई और भगवान कृष्ण की धूनी उन्होंने सुनी, उससे साफ है कि वे दिव्य पुरूष, संत, ऋषि व दिव्य आत्मा हैं तथा उन पर भगवान की विशेष कृपा है। महाराजश्री ने कहा कि अयोध्या में 500 वर्ष के बाद रामजन्म भूमि पर बने भव्य-दिव्य राम मंदिर में रामलला विराजमान हुए व रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए भगवान राम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को माध्यम बनाया। अब बैट द्वारका में भगवान ने उनसे सुदर्शन सेतु का शुभारंभ कराया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समुंद्र में उस जगह गए, जहां द्वारका नगरी है और उसके दर्शन किए। उन्होंने वहां भगवान की धूनी सुनी, मोरपंख के दर्शन किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद कहा कि इस दौरान जो अनुभूति हुई, उससे ऐसा लगा कि वे साक्षात भगवान के दर्शन कर रहे हैं। भगवान की ऐसी कृपा दिव्य पुरूष, संत, ऋषि व दिव्य आत्मा पर ही हो सकती है। मोरपंख को भगवान कृष्ण ने अपने सिर पर धारण किया है तो उसका कारण यह है कि वह सभी के अच्छे स्वास्थ्य का प्रतीक है। श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि भगवान ने नरेंद्र मोदी को विशेष कार्यो की व धार्मिक स्थलों के जीर्णीद्वार की जिम्मेदारी सौंपी है,
जिसे वे भगवान कृपा से पूरा करने में लगे हैं। उनके नेतृत्व में धार्मिक स्थलों का जिस प्रकार जीर्णोद्वार हो रहा है और देश की एक अलग पहचान बन रही है, वह देश में रामराज्य की स्थापना में मील का पत्थर साबित होगा। ऐसे दिव्य पुरूष, संत, ऋषि व दिव्य आत्मा के लिए सभी को प्रार्थना करनी चाहिए। इस वर्ष लोकसभा के चुनाव होने हैं और हम सभी को अबकी बार 400 के पार के मिशन को साकार करना चाहिण्ए ताकि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारा देश पुनः विश्वगुरु बन सके।