भगवान के चरणों में यही विनती है कि अहमदाबाद विमान हादसा फिर कभी ना होः श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज
महाराजश्री ने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए गीता का पाठ कराया
गाजियाबादः
सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ महादेव मठ मंदिर गाजियाबाद के पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता व दिल्ली संत महामंडल के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित की। दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए उन्होंने श्री दूधेश्वर नाथ महादेव मठ मंदिर में गीता का पाठ भी कराया। महाराजश्री ने कहा कि अहमदाबाद का विमान हादसा बहुत ही दुखद, दर्दनाक व कभी ना भूलने वाला हादसा है। अपनी मंजिल तक पहुंचने और अपनों से मिलने के लिए 242 लोगों ने अहमदाबाद एयरपोर्ट से हंसते-मुस्कराहते हुए उडान भरी, मगर किसे मालूम था कि एक पल बाद ही उनकी यह उडान जिंदगी की अंतिम उडान साबित होने वाली है।






पल भर में जहां हंसी-खुशी के ठहाके गूंज रहे थे, वहां मौत का सन्नाटा छा गया। एयरपोर्ट से उडान भरते ही विमान हादसे का शिकार हो गया और एक हॉस्टल पर जा गिरा। हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से महज एक ही बच पाया। वहीं एक युवती जाम में फंस जाने के कारण विमान में सवार नहीं हो पाई और उसकी जान भी बच गई। हॉस्टल के मेडिकल स्टूडेंटस की भी हादसे में जान चली गई। इस हादसे में जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके दुख को समझ पाना, सहन कर पाना संभव नहीं है। उन्हें जो क्षति हुई है, उसकी भरपाई तो कोई भी नहीं कर सकता है। भगवान से यही प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने चरणों में स्थान दें और परिजनों को यह दुख सहन करने की शक्ति मिले। साथ ही भगवान के चरणों में यह विनती भी है कि वे सभी पर अपनी कृपा बनाए रखें ताकि भविष्य में ऐसा कोई हादसा ना हो और कोई भी असमय अपनी जान ना गवाएं।