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रामकथा अनादि काल से सभी के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करती आ रही हैः श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज

बाल्मीकि रामायण मनुष्य को जीवन की सीख देती हैः वशिष्ठ पीठाधीश्वर ब्रह्मॠषि वेदांती महाराज
गाजियाबादः
वशिष्ठ पीठाधीश्वर ब्रह्मॠषि वेदांती महाराज ने कहा कि रामायण केवल महान धर्मिक ग्रंथ या महाकाव्य ही नहीं है, बल्कि यह तो जीवन को जीने की कला है। रामायण मनुष्य को जीवन की सीख देती है।
श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्रीपंच दशनाम जूना अखाडा अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज के पावन सानिध्य में श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में संत सनातन कुंभ में आयोजित बाल्मीकि रामायण रामकथा के सातवें दिन वशिष्ठ पीठाधीश्वर ब्रह्मॠषि वेदांती महाराज ने कहा कि रामायण में भगवान राम के जिन गुणों का वर्णन किया गया है, वे सभी गुण जीवन के लिए हितकारी हैं। ये सभी गुण व्यक्ति को सत्य व सफलता के मार्ग बताते हैं और उसे कष्टों से मुक्ति दिलाते हैं। श्रीराम कथा तन-मन को ना सिर्फ पवित्र करती है, बल्कि उज्ज्वल करने के साथ ही जीवन शैली और आत्मा को नया रूप भी प्रदान करती है।

श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज ने कहा कि रामकथा का महत्व हमेशा से है और हमेशा रहेगा। यह भगवान की लीला चरित्र व गुणों की गाथा है। रामकथा अनादि काल से ही सभी के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करती आ रही है। हरि यानि भगवान राम अनंत हैं और उनकी कथा भी अनंता है। राम कथा के दौरान प्रसिद्ध राम कथा वाचक अजय भाई रामायणी, डॉ राघवेंद्र दास महाराज, पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री बलदेव राज शर्मा, संजय राणा, बी के शर्मा हनुमान, संजय रैना, महंत गिरीशानंद गिरी महाराज आदि भी मौजूद रहे। राम कथा 9 जुलाई को विश्राम लेगी। 10 जुलाई को 10 जुलाई को श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज के दिल्ली संत महामंडल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अध्यक्ष के रूप में एक वर्ष का कार्यकाल पूरा करने के उपलक्ष्य में अभिनंदन किया जाएगा। दिल्ली संत महामंडल की बैठक का आयोजन भी होगा, जिसमें विभिन्न मुददों पर चिंतन होगा। बैठक के बाद श्रद्धांजलि सभा व संत भंडारे का आयोजन होगा।

महाराजश्री के अभिनंदन समारोह में जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरी महाराज, श्रीपंच दसनाम जूना अखाड़ा के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरी महाराज, आनंद पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानन्द गिरी महाराज, दिल्ली संत महामंडल के संस्थापक स्वामी राघवानन्द गिरी महाराज, महामंडलेश्वर नवल किशोर दास महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी कंचन गिरी महाराज, कोषाध्यक्ष महंत धीरेंद्र पुरी महाराज, महामंडलेश्वर साध्वी विद्या गिरी महाराज, श्रीमहंत सुरेंद्रनाथ अवधूत महाराज, थानापति महंत धर्मेंद्र गिरी महाराज, श्रीमहंत सोमगिरी महाराज, नारायण दास उदासीन महाराज, महंत दीनबंधु दास महाराज, महंत गिरीशानंद गिरी महाराज, महंत मुकेशानंद गिरी महाराज वैद्य आदि भाग लेंगे। श्रद्धांजलि सभा में मुख्य अतिथि ऊर्ध्वाम्नाय श्री काशी सुमेरु पीठाधीश्वर अनन्त श्री विभूषित पूज्य जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द सरस्वती महाराज होंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीमहन्त पृथ्वी गिरि महाराज गादीपति बालक हिसार हरियाणा, श्रीमहन्त मोहन भारती महाराज सचिव श्रीपंचदशनाम जूना अखाडा डेरा भगाना हरियाणा, श्रीमहन्त महेश पुरी महाराज सचिव श्रीपंचदशनाम जूना अखाडा हरिद्वार, श्रीमहन्त शैलेंद्र गिरि महाराज सचिव श्रीपंचदशनाम जूना अखाडा श्री शिव मंदिर गुलजारी वाला धाम कैराना रोड शामली रहेंगे। संतों का स्वागत मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष धर्मपाल गर्ग, अनुज गर्ग, विजय मित्तल, शंकर झा, अमित कुमार शर्मा व दीपांकर पांडेय करेंगे।

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