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देश भर के संतों व भक्तों ने प्रथम पुण्यतिथि पर महायोगी पायलट बाबा को श्रद्धांजलि अर्पित की ।

पायलट बाबा हमेशा समाज, देश और धर्म की सेवा के लिए तत्पर रहते थे – आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ।
महायोगी पायलट बाबा ने सच्चे और सिद्ध संत के रूप में भारत समेत पूरे विश्व के लोगों का मार्गदर्शन किया- श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज।
पायलट बाबा ने अपना पूरा जीवन आध्यात्मिक गतिविधियों के लिए समर्पित कर दिया था- श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज ।
महायोगी पायलट बाबा ने विश्व भर के लाखों लोगों के जीवन को ज्ञान व धर्म के प्रकाश से आलोकित किया- श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ।
हरिद्वार
ब्रहमलीन अनंत श्री विभूषित श्रोत्रिय ब्रह्मनिष्ठ परिब्राजकाचार्य श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी सोमनाथ गिरि महाराज, महायोगी पायलट बाबा की प्रथम पुण्यतिथि रविवार को दक्ष रोड, जगजीतपुर कनखल स्थित महायोगी पायलट बाबा आश्रम में श्रद्धापूर्वक मनाई गई। उनकी प्रथम पुण्यतिथि पर देश भर से संत पहुंचे और उनको श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए समाज, धर्म व देश के लिए किए गए उनके कार्यों को याद किया। मुख्य अतिथि अनंत श्री विभूषित
जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 स्वामी श्री अवधेशानंद गिरि महाराज ने कहा कि पायलट बाबा ऐसे सिद्ध व तपस्वी संत थे, जो हमेशा समाज, देश और धर्म की सेवा के लिए तत्पर रहते थे। सन्यासी बनने से पहले महायोगी पायलट बाबा भारतीय वायुसेना में विंग कमांडर थे और उन्होंने 1962, 1965 और 1971 के युद्ध में भाग लिया था और अपनी वीरता व शौर्यता से देश की रक्षा की। वे दीक्षा लेकर जूना अखाड़े में शामिल हुए और सनातन धर्म का परचम उन्होंने पूरे विश्व में फहराया। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद व मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष व तपोनिधि निरंजनी अखाड़ा परिषद के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि महायोगी पायलट बाबा ने जहां भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर के रूप में देश सेवा की मिसाल कायम की, वहीं एक सच्चे और सिद्ध संत के रूप में भारत समेत पूरे विश्व के लोगों का मार्गदर्शन किया।

पायलट बाबा ने आध्यात्मिक मार्ग अपनाया:-

श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के वरिष्ठ अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज ने कहा कि 33 साल की उम्र में वायुसेना से रिटायर होने के बाद पायलट बाबा ने आध्यात्मिक मार्ग अपनाया। उन्होंने अपना पूरा जीवन आध्यात्मिक गतिविधियों के लिए समर्पित कर दिया था। सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर ने मंदिर के पीठाधीश्वर, श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता व दिल्ली संत महामंडल के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि महायोगी पायलट बाबा जैसे सिद्ध व तपस्वी संत ही सनातन धर्म की ध्वजा पूरे विश्व में फहराकर भारत को पुनः विश्व गुरू बना सकते हैं। उन्होंने देश ही नहीं विश्व के लाखों लोगों का जीवन बदल डाला और उनके जीवन को ज्ञान व धर्म के प्रकाश से आलोकित किया। संचालन श्रीमहंत देवानंद सरस्वती गिरि महाराज ने किया।

जूना अखाड़ा के महामंत्री श्रीमहंत महेश पुरी महाराज, सचिव श्रीमहंत महाकाल गिरि महाराज, महायोगी पायलट बाबा की शिष्या महामंडलेश्वर योगमाता केको आईकावा, महामंडलेश्वर चेतना माता, महामंडलेश्वर श्रद्धा माता, महायोगी पायलट बाबा के शिष्य शैलेशानंद गिरि महाराज,भारत माता मंदिर के महंत महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी जी महाराज, कारोबारी कोठारी प्रेमानंद गिरि महाराज समेत देश भर से आए हजारों संतों व भक्तों ने महायोगी पायलट बाबा को उनकी प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। विश्व शांति की कामना से हवन भी हुआ और भंडारे में हजारों संतों व भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।

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